अपना देश छोड़कर इन 4 क्रिकेटर ने वर्ल्ड कप में दूसरे देश की कप्तानी की

आईसीसी टी20 विश्व कप 2022 में खेलने के लिए दुनिया के विभिन्न हिस्सों के क्रिकेटर्स अभी ऑस्ट्रेलिया में एकत्रित हुए हैं। इस साल मेगा इवेंट में 16 प्रतिभागी हैं, यूएई, अफगानिस्तान, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, श्रीलंका, नामीबिया, भारत, वेस्टइंडीज, पाकिस्तान, स्कॉटलैंड, आयरलैंड, जिम्बाब्वे, दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश।
पिछले कुछ सालों में क्रिकेट की दुनिया में एक नया ट्रेंड आया है। जिन क्रिकेटरों को एक देश में अवसर नहीं मिलते हैं, वे दूसरे देश में जाकर उनके लिए खेल रहे हैं। उनमें से कुछ दूसरे राष्ट्र के कप्तान भी बन गए। अब इस सूची में, हम उन चार क्रिकेटरों को देखेंगे जो एक देश में पैदा हुए लेकिन एक विश्व कप के लिए दूसरे देश के कप्तान बने।
हांगकांग के शीर्ष क्रिकेटरों में से एक – तनवीर अफजाली
हांगकांग टी20 विश्व कप में नियमित भागीदार नहीं रहा है, लेकिन उसने एशिया कप टूर्नामेंट में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। जब हांगकांग ने 2016 में आईसीसी टी20 विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया, तो वे पंजाब में पैदा हुए ऑलराउंडर तनवीर अफजल के नेतृत्व में खेले।
रिटायर क्रिकेटरों में से एक – इयोन मोर्गन
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान इयोन मोर्गन इस सूची में एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने विश्व कप ट्रॉफी जीती है। बाएं हाथ के बल्लेबाज आयरलैंड में पैदा हुए थे और शुरुआत में आयरिश टीम के लिए भी खेले थे। वह बाद में उन्होंने इंग्लैंड से खेलने का फैसला किया और अपनी कप्तानी में साल 2019 में उन्होंने इंग्लैंड विश्व कप का खिताब भी जिताया।
सीपी रिजवान
यूएई आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भाग लेने वाली 16 टीमों में से एक है। इनके कप्तान का नाम सीपी रिजवान है। क्रिकेट जगत के बहुत से सदस्यों को पता नहीं होगा कि रिजवान का जन्म केरल में हुआ था और उन्होंने कोच्चि टस्कर्स केरल आईपीएल टीम का हिस्सा बनने की भी कोशिश की थी।
प्रेस्टन मोमसेन
दक्षिण अफ्रीका में जन्मे खिलाड़ी प्रेस्टन मोम्सन को स्कॉटलैंड की कप्तानी करने का मौका मिला है। उन्होंने 2015 क्रिकेट विश्व कप में स्कॉटिश टीम का नेतृत्व किया।