3 भारतीय खिलाड़ी जिनका कप्तान के रूप में शानदार रिकॉर्ड था लेकिन उन्हें कभी फुलटाइम कप्तानी नहीं मिली
2022 भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक अनोखा साल रहा है। क्रिकेट के इतिहास में पहली बार, भारतीय क्रिकेट टीम के पास एक साल में पांच से ज्यादा कप्तान हैं। अब तक, आठ भारतीय खिलाड़ियों ने विभिन्न प्रारूपों में टीम की कप्तानी का जिम्मा संभाला है।
पिछले 15 सालों में जब विराट कोहली और एमएस धोनी कप्तान थे, बहुत कम भारतीय खिलाड़ियों को टीम की कप्तानी करने का मौका मिला। कुछ जिम्मेदारी को अच्छी तरह से नहीं निभा पाए, लेकिन कुछ ने भारतीय कप्तान के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया है। तो आज हम आपको उन तीन खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिन्होंने कप्तान के रूप में अच्छा काम किया है लेकिन उन्हें कभी भी भारतीय टीम में फुलटाइम कप्तानी करने का मौका नहीं मिला।
1. गौतम गंभीर
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज इस लिस्ट में टॉप पर काबिज है। गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने 6 वनडे मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी संभाली है और सभी 6 मैचों में टीम को जीत का स्वाद चखने को मिला है। हालाँकि, चूंकि एमएस धोनी भारतीय कप्तान के रूप में शानदार काम कर रहे थे, इसलिए गंभीर को कभी भी भारत की फुलटाइम कप्तानी करने का मौका नहीं मिला।
बाएं हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर की वनडे करियर की बात की जाये तो उन्होंने 147 मैच खेले है और 39.68 की औसत के साथ 5238 रन अपने खाते में जोड़ने में कामयाब हुए है। इस दौरान उनके बल्ले से 11 शतक और 34 अर्धशतक देखने को मिले है।
2. अजिंक्य रहाणे
भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) का कप्तान के रूप में टेस्ट क्रिकेट में शानदार रिकॉर्ड है। अजिंक्य ने 6 टेस्ट मैचों में टीम की कप्तानी की है जिसमें से 4 में जीत मिली है और 2 मैच ड्रा हो गए है। उन चार में से दो जीत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2020/21 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मिली थी जब टीम 0-1 से पीछे चल रही थी।
दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 3 वनडे मैचों में भी भारत की कप्तानी की है और सभी में जीत मिली है। इसके अलावा उन्होंने 2 टी20 इंटरनेशनल मैच में टीम की कप्तानी की है जिसमें से एक में जीत और एक में हार मिली है।
अजिंक्य रहाणे के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने कुल 192 मैच खेले है और 8,268 रन अपने नाम किये है। इस दौरान उनके बल्ले से 15 शतक और 50 अर्धशतक देखने को मिले है।
3. वीरेंद्र सहवाग
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) टी20 इंटरनेशनल में भारत के पहले कप्तान थे। उन्होंने एक ही टी20 इंटरनेशनल मैच में कप्तानी की है और उसमें उन्हें जीत मिली है। इसके अलावा उन्होंने 12 वनडे मैचों में टीम की कप्तानी की है जिसमें से 7 में जीत का स्वाद चखा है और 5 में हार मिली है। सहवाग ने 4 टेस्ट मैचों में टीम की कप्तानी की है जिसमें से 2 में टीम को जीत मिली है और एक में हार का सामना करना पड़ा है। वहीं एक मैच ड्रा हो गया है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर के इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 374 मैच खेले है और 17,253 रन अपने नाम करने में कामयाब रहे है। इस दौरान उनके बल्ले से 38 शतक, 72 अर्धशतक, एक दोहरा शतक और दो तिहरे शतक देखने को मिले है।