3 क्रिकेटर्स जो वर्ल्ड कप में चमके लेकिन द्विपक्षीय सीरीज में रहे नाकामयाब
वर्ल्ड कप में खेलने का सपना हर कोई देखता है लेकिन हर किसी का ये सपना पूरा नहीं हो पाता हैं। कुछ ऐसे क्रिकेटर्स होते है जो वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते है लेकिन वैसे उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहता हैं।
वहीं ऐसे कुछ क्रिकेटर हैं जो वास्तव में वर्ल्ड कप जैसे इस बड़े दबाव वाले टूर्नामेंट में चमकते हैं लेकिन द्विपक्षीय सीरीज में अपनी छाप छोड़ने में नाकाम साबित हुए है। तो आज हम आपको उन 3 क्रिकेटरों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है लेकिन द्विपक्षीय सीरीज में चमकने कामयाब नहीं रहे है।
1. मुनाफ पटेल
मुनाफ पटेल (Munaf Patel) इस लिस्ट में पहले स्थान पर अपना नाम दर्ज करवाने में सफल हो गए है। पटेल ने भारत को 2011 का वर्ल्ड कप जितवाने में अहम भूमिका निभाई थी। वर्ल्ड कप के पूरा होने के बाद भी उन्हें भारतीय टीम के लिए पर्याप्त मौके मिले लेकिन उनमें से किसी का भी वो फायदा नहीं उठा सके। यही कारण है कि आज इस हीरो के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने 83 मैच खेले है और 125 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने में सफलता पायी है।
2. नुवान कुलशेखरा
2014 का टी20 वर्ल्ड कप श्रीलंका ने अपने नाम कर लिया था। वहीं वो 2012 के टी20 वर्ल्ड कप और 2011 के वनडे वर्ल्ड कप में वो रनरअप रहे थे। इस दौरान नुवान कुलशेखरा (Nuwan Kulasekara) ने प्रमुख तेज गेंदबाज के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
लसिथ मलिंगा के साथ, दाएं हाथ के तेज गेंदबाजों की जोड़ी ने श्रीलंका के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। कुलशेखरा के इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 263 मैच खेले है और 313 विकेट लिए है।
3. जेम्स फॉकनर
एक समय में ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख तेज गेंदबाज जेम्स फॉकनर (James Faulkner) ने 2015 का वर्ल्ड कप भारत को जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी जहां ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पांचवीं बार वनडे वर्ल्ड कप पर अपना कब्जा किया था। फॉल्कनर ने टूर्नामेंट में 18 विकेट लिए थे। वहीं फाइनल मैच जो न्यूजीलैंड के खिलाफ हुआ था उसमें फॉकनर ने 9 ओवर में 36 रन खर्च करते हुए 3 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया था। इसी वजह से कीवी टीम 183 रन के स्कोर पर सिमट गयी थी और ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट से मैच को अपने नाम कर लिया था।
ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजी ऑलराउंडर के वनडे करियर की बात करें तो उन्होंने 69 मैच खेले है और 5.53 के इकॉनमी रेट की मदद से 96 विकेट हासिल किये है। वहीं बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 34.43 के औसत की मदद से 1033 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और 4 अर्धशतक देखने को मिले है।
इसके अलावा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को 24 टी20 इंटरनेशनल मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 7.97 के इकॉनमी रेट के साथ 36 विकेट लिए है। वहीं बल्लेबाजी करते हुए 159 रन बनाये है। वहीं उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए एक टेस्ट मैच भी खेला है जिसमें उन्होंने 6 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाने में कामयाबी हासिल की है। वही बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने अपने खाते में 45 रन जोड़ने में कामयाब रहे है।