
क्रिकेट एक टीम स्पोर्ट्स है, और सभी खिलाड़ियों का उद्देश्य टीम को जीत दिलाना होता है। कई टीमों की विशेषता वाले टूर्नामेंट अक्सर द्विपक्षीय सीरीज की तुलना में ज्यादा दर्शकों और फैंस का ध्यान अपनी और खींचते हैं। हाल ही में, एशिया कप 2022 टूर्नामेंट में बहुत से फैंस ने उम्मीद नहीं की होगी कि श्रीलंका सुपर 4 में अपनी जगह बनाएगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि वो अपना पहला ही मैच अफगानिस्तान से हार गए थे। हालांकि इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी करते हुए एशिया कप 2022 का खिताब अपने नाम कर लिया।
ऐसे क्रिकेट टूर्नामेंट में मुख्य चीजों में से एक पॉइंट्स टेबल है। सभी टीमें मैच के रिजल्ट के अनुसार पॉइंट हासिल करती हैं – या तो जीत, हार या ड्रा। विभिन्न टूर्नामेंटों में अलग-अलग पॉइंट सिस्टम होता है, लेकिन सभी टीमों का उद्देश्य एक ही होता है, और वह टेबल में ज्यादा से ज्यादा पॉइंट हासिल करना होता हैं। कोई भी टीम कोई भी पॉइंट खोना नहीं चाहती जो उन्होंने पहले ही अर्जित कर लिया है। हालांकि, दो मौकों पर, कुछ अजीब कारणों से टीम ने पॉइंट्स टैली से पॉइंट्स गंवाए। आपको उन्हीं दो मौकों के बारे में बताने जा रहे है।
1. ओवरसाइज़्ड क्रिकेट बैट
BREAKING: Durham have accepted a 10-point deduction from the Cricket Discipline Commission after batter Nic Maddinson admitted a breach of the rules. pic.twitter.com/pGYXpccYFg
— Sky Sports News (@SkySportsNews) September 29, 2022
Advertisement
इस समय खेली जा रही काउंटी चैम्पियनशिप प्रतियोगिता में, डरहम टीम ने अपने पॉइंट टैली से 10 पॉइंट गंवाए क्योंकि टीम के बल्लेबाज निक मैडिन्सन ने स्वीकार किया कि एक ओवरसाइज़्ड क्रिकेट का उपयोग करके उन्होंने खेल के नियमों का उल्लंघन किया है।
बहुत से फैंस ने टीम को केवल एक खिलाड़ी की गलती के कारण पॉइंट गंवाने के बारे में नहीं सुना होगा। हालांकि, डरहम के 10 पॉइंट्स काटे गए जो उन्होंने स्वीकार कर लिए।
2. वित्तीय सहायता स्वीकार करने के लिए
दिलचस्प बात यह है कि यह पहली बार नहीं था जब डरहम ने किसी अजीब कारण से अंक गंवाए। पांच साल पहले, उन्होंने बड़े पैमाने पर 48 पॉइंट्स की कटौती स्वीकार की।
इसके पीछे की वजह ये है कि वे सीजन के लिए अपने वित्त की व्यवस्था नहीं कर सके। उन्होंने इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड से मदद मांगी। ईसीबी ने बाध्य किया, लेकिन डरहम टीम को 48 अंक गंवाने पड़े क्योंकि उन्होंने बोर्ड से वित्तीय सहायता पैकेज स्वीकार कर लिया था।