रविचंद्रन अश्विन हर सीरीज में नए वेरिएशन के साथ करते हैं गेंदबाजी: पूर्व कोच
भारतीय क्रिकेट टीम ने श्रीलंका के विरुद्ध जारी दो टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में 222 रनों से बड़ी जीत दर्ज की है। इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों का ही बेहतरीन दबदबा रहा है। खासतौर से टीम इंडिया के स्टार ऑल राउंडर रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने बेहतरीन प्रदर्शन ने टीम इंडिया की इस जीत में बड़ी भूमिका निभाई है।
टीम इंडिया की इस जीत के बाद, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने टीम इंडिया में अपने कार्यकाल के दौरान रविचंद्रन अश्विन के साथ काम करते हुए अपनी सबसे बड़ी चुनौती के बारे में बात की है।
गौरतलब है कि, स्टार ऑल राउंडर रविचंद्रन अश्विन ने श्रीलंका के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच में उन्होंने पहले बल्ले से 61 रन बनाए और इसके बाद मैच में कुल 6 विकेट हासिल किए।
रविचंद्रन अश्विन की गेंदबाजी में दिखता है लगातार वेरिएशन
स्टार स्पोर्ट्स पर एक चर्चा के दौरान, संजय बांगर से भारतीय टीम के साथ उनके कोचिंग कार्यकाल के दौरान अश्विन के साथ काम करने के उनके अनुभव के बारे में पूछा गया था। इस सवाल के जवाब में जवाब में उन्होंने कहा कि, ”अश्विन लगातार अपनी गेंदबाजी के बारे में सोचते हैं। ज्यादातर मेरी चर्चा गेंदबाजी के बारे में नहीं बल्कि बल्लेबाजी के बारे में होती है। आर अश्विन के साथ मेरी सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि वह हर श्रृंखला में एक अलग सोच के साथ आए या कुछ अलग कर रहे थे।”
मोहाली टेस्ट के दौरान अश्विन की गेंदबाजी पर बात करते हुए, बांगर ने कहा कि, “अगर हम पिछले दो वर्षों को देखें, तो बीच में एक समय था जब अश्विन ने फ्रंट-ऑन एक्शन के साथ बहुत अधिक गेंदबाजी करने की कोशिश की है। इस गेंदबाजी एक्शन में उन्हें अधिक मेहनत करने की आवश्यकता होती थी। लेकिन, मोहाली टेस्ट में वह बिल्कुल साइड-ऑन गेंदबाजी कर रहे थे। यह एक्शन बिल्कुल वैसा ही था, जैसा उन्होंने अपने करियर के शुरुआत में की थी।”
उल्लेखनीय है कि, रविचंद्रन अश्विन अपनी गेंदबाजी में लगातार बदलावों के लिए जाने जाते हैं। यही कारण है कि, पारम्परिक ऑफ स्पिन पर भरोसा न करने और कैरम बॉल समेत अन्य गेंदबाजी करने के कारण उन्हें दिग्गज गेंदबाजों की आलोचना का सामना करना पड़ा था।
अश्विन स्टॉक डिलीवरी पर करते हैं अधिक भरोसा: संजय बांगर
संजय बांगर ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट के दौरान मुख्य रूप से ऑफ स्पिन गेंदबाजी पर भरोसा करने के लिए अश्विन की तारीफ की है। बांगर ने कहा है कि, “अश्विन ने अपनी स्टॉक डिलीवरी पर अधिक भरोसा किया। और उसके साथ अधिकतम विकेट हासिल किए हैं। उन्होंने, इस टेस्ट मैच में कैरम बॉल या लेग-स्पिन का अधिक उपयोग नहीं किया है। जब वह अपनी पारंपरिक स्टॉक गेंद पर अधिक भरोसा करते हैं तो और भी अधिक घातक हो जाते हैं।”