रोहित शर्मा के पहले विदेशी टेस्ट शतक के बाद एक ट्विटर यूज़र ने लिखा खास श्रद्धांजलि सन्देश
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की श्रंखला का चौथा टेस्ट ओवल में खेला जा रहा है। जहाँ भारतीय क्रिकेट टीम पहली पारी में लड़खड़ाने के बाद दूसरी पारी में रोहित शर्मा के शानदार शतक की बदौलत वापसी करते हुए मजबूत स्थिति में दिखाई दे रही है।
ओवल टेस्ट के तीसरे दिन रोहित शर्मा ने अपनी लाजवाब और सधी हुई पारी से पहले तो दर्शकों का मन मोहा और फिर शानदार शतक जड़ते हुए अपने प्रशंसकों को खुश कर दिया है।
दूसरे दिन भारतीय टीम के दोनों सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और के एल राहुल ने जिस लय के साथ दिन का अंत किया था तीसरे दिन भी वह खेल जारी रहा। दोनों ओपनरों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 83 रन की साझेदारी की। इसके बाद रोहित शर्मा ने चेतेश्वर पुजारा के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाते हुए इंग्लैंड के गेंदबाजों पर अपना दबदबा कायम रखा।
रोहित शर्मा ने विदेशी सरजमीं पर जड़ा अपना पहला टेस्ट शतक
‘द हिटमैन’ यानि रोहित शर्मा यहीं नहीं रुके और छक्का जड़ते हुए उन्होंने अपने टेस्ट करियर का 8वां शतक पूरा किया। इस शतक के साथ हिटमैन इंग्लैड में खेलते हुए वनडे, टी20 और टेस्ट में शतक लगाने वाले पहले विदेशी सलामी बल्लेबाज भी बन गए हैं। इतना ही नही, रोहित के आगे अब सिर्फ डॉन ब्रैडमैन ही हैं, जिन्होंने इंग्लैंड में 11 शतक पूरे किए हैं।
रोहित के इस शतक के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर यूजर्स ने रोहित को बधाइयों दीं और साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम के सर्वश्रेष्ठ कोचों में से एक वासु परांजपे को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे टेस्ट मैच में ‘ब्लैक रिबन’ (काली पट्टी) पहनकर वासु परांजपे के प्रति सम्मान व उनके निधन पर शोक प्रकट किया था।
हालांकि, चौथे टेस्ट की पहली पारी में जिस तरह से पूरी टीम शुरुआत से ही बिखर रही थी उससे शायद ही किसी ने सोचा हो कि ‘हिटमैन’ शर्मा दूसरी पारी में शतक बनाएंगे। रोहित के इस शतक ने न केवल आलोचकों को करारा जवाब दिया है बल्कि तमाम खेल प्रशंसकों की भी राय में बड़ी तब्दीली कर दी है।
हिटमैन का यह शतक दिवंगत वासु परांजपे के लिए सही मायने में श्रद्धांजलि
एक ट्विटर यूजर ने ट्वीट करते हुए बताया कि कैसे महान कोच वासु परांजपे ने एक क्रिकेटर के रूप में रोहित को देखा था और उन्हें टीम में खेलते हुए देखना चाहते थे।
Rohit's hundred is a fitting tribute to late Vasu Paranjape who had seen him as a young cricketer in the Mumbai U-17 camp. Vasoo sir saw Rohit and wanted him in the team. Read the story in the book: Cricket Drona: For the Love of Vasu Paranjape
Advertisement— Sarang Bhalerao (@bhaleraosarang) September 4, 2021
ट्विटर पर यूजर ने लिखा “रोहित का शतक दिवंगत वासु परांजपे को एक उचित श्रद्धांजलि है, जिन्होंने उन्हें मुंबई अंडर -17 शिविर में एक युवा क्रिकेटर के रूप में देखा था। वासु सर ने रोहित को देखा और उसे टीम में चाहते थे। यह पूरी कहानी पुस्तक में पढ़ें: क्रिकेट द्रोण: फॉर द लव ऑफ वासु परांजपे।”