
मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच के बीच हुए मुकाबले में लखनऊ ने चेन्नई को 6 विकेट से मात देते हुए आईपीएल इतिहास में अपनी पहली जीत दर्ज की है। हालांकि, इस मैच में एक समय चेन्नई सुपर किंग्स जीत के बिल्कुल करीब थी। लेकिन, शिवम दुबे के एक ओवर ने पूरा मैच पलट कर रख दिया था, और मैच लखनऊ के पक्ष में चला गया।
गौरतलब है कि, इस मैच में सीएसके ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ओपनर रॉबिन उथप्पा 50 और ऑल राउंडर शिवम दुबे की 49 रनों की पारी की बदौलत लखनऊ के सामने 211 रनों का लक्ष्य रख दिया था। लखनऊ ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ जैसा प्रदर्शन किया था उसके हिसाब से सीएसके का पलड़ा पहली पारी के बाद भारी लग रहा था।
यहां तक कि, दूसरी पारी में जब लखनऊ सुपर जायंट्स को दो ओवरों में 34 रनों की आवश्यकता थी तब भी ऐसा लग रहा था कि यह मैच सीएके के पक्ष में चला जाएगा। तभी, चेन्नई के कप्तान रवींद्र जडेजा ने ऑल राउंडर शिवम दुबे पर भरोसा जताते हुए उन्हें गेंदबाजी सौंप दी। लेकिन, उनका यह फैसला पूरी तरह गलत साबित हुआ।
शिवम दुबे का गेंदबाजी करना मैच का टर्निंग पॉइंट
वास्तव में, 19वें मैच में शिवम दुबे का गेंदबाजी करना ही इस मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ क्योंकि दुबे ने इस ओवर में एविन लुईस और आयुष बदोनी के सामने 25 रन खर्च दिए थे। जिसके बाद, मैच पूरी तरह पलट गया।
शिवम दुबे ने 19वें ओवर में बेहद खराब गेंदबाजी की और वह लगातार लगभग एक ही लाइन लेंथ पर गेंदबाजी करते जा रहे थे जिस कारण लखनऊ के बल्लेबाजों ने बाउंड्री हासिल करने में कोई भूल नहीं की और रन बनाते चले गए।
चेन्नई के ऑल राउंडर शिवम दुबे की इस गेंदबाजी की आलोचना हर जगह हो रही है। इस सिलसिले में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और अपने समय के दिग्गज क्रिकेटर रहे सुनील गावस्कर ने भी शिवम की आलोचना की है।
सुनील गावस्कर ने की दुबे की आलोचना
गावस्कर ने कहा है कि, ”दुबे ने लिमिटेड ओवर्स की काफी क्रिकेट खेली है। इसके बाद भी वह शार्ट पिच गेंदबाजी कर रहे थे। इसके लिए उन्हें सजा मिलनी चाहिए। लेकिन, यह भी सही नहीं है कि जिस बॉलर ने अब तक एक भी ओवर गेंदबाजी नहीं कि हो उसे 19वें ओवर में गेंदबाजी के लिए बुलाया जाए। वह भी तब जबकि बैटर बड़े हिट करने के लिए तैयार हों।”
गावस्कर ने यह भी कहा है कि, ”शिवम दुबे ने धीमी गति से लेंथ बॉल डाली, धीमी गेंद टर्निंग या सूखी पिच पर बहुत उपयोगी होती है। ऐसी पिच पर नहीं, जहां गेंद बल्ले से अच्छी तरह से निकल रही हो। किसको गेंदबाजी करनी चाहिए, इस बारे में भी सीएसके से गलती हुई है। शिवम दुबे ने कुछ नहीं सीखा है। वह लगातार एक जैसी गेंदबाजी करते जा रहे थे कभी लेंथ तो कभी कुछ और…इसलिए ही उन्हें 25 रन पड़े हैं।”