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चेन्नई और बैंगलोर दोनों ही फ्रेंचाइजी से खेल चुके खिलाड़ियों की सबसे मजबूत प्लेइंग इलेवन

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आईपीएल की बात करते ही चेन्नई सुपरकिंग्स का नाम सबसे पहले ध्यान में आता है। महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपरकिंग्स आईपीएल की सबसे मजबूत टीमों में से एक है। दूसरी ओर, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर आईपीएल की उन टीमों में से एक है, जिसकी बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है।

आरसीबी के पास हमेशा एक मजबूत प्लेइंग इलेवन थी। लेकिन यह फ्रेंचाइजी अब तक आईपीएल जीतने में सफल नही रही है। हालांकि, आरसीबी कई मौकों पर फाइनल तक पहुंचने में कामयाब रही है।

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आइए नजर डालते हैं, उन खिलाड़ियों की सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग इलेवन पर जिन्होंने पिछले कुछ वर्षों में सीएसके और आरसीबी दोनों ही फ्रेंचाइजी का प्रतिनिधित्व किया है।

सलामी बल्लेबाज- ब्रेंडन मैकुलम और शेन वॉटसन:

ब्रेंडन मैकुलम टी-20 के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। उन्होंने चें सुपरकिंग्स का प्रतिनिधित्व करते हुए साल 2014 में 405 रन और 2015 में 436 रन बनाए थे। लेकिन, साल 2018 में जब उन्हें आरसीबी ने साइन किया तब वह कुछ खास नही कर सके। आरसीबी के लिए 6 मैच खेलते हुए मैकुलम मात्र 127 रन ही बना सके थे।

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शेन वॉटसन आईपीएल के उन सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने सीएसके और आरसीबी दोनों का ही प्रतिनिधित्व किया है। सीएसके के साथ उनका बल्लेबाजी प्रदर्शन एक अलग ही स्तर का था। साल 2018 आईपीएल फाइनल में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ उनकी 117 रन की पारी ने सुपर किंग्स को खिताब जीतने में मदद की थी। वाटसन आईपीएल 2016 और 2017 में आरसीबी की ओर से खेलते हुए नजर आए थे। लेकिन, वह कुछ खास नही कर सके। दो सीजन में 24 मैच खेलने के बाद भी वाटसन आरसीबी के लिए मात्र 250 रन ही बना सके थे।

मध्य क्रम- सुब्रमण्यम बद्रीनाथ, रॉबिन उथप्पा और पार्थिव पटेल:

सुब्रमण्यम बद्रीनाथ को मध्यक्रम का आक्रामक बल्लेबाज माना जाता था। सुपर किंग्स के साथ उनके करियर ने उन्हें अक्सर एक ऐसे खिलाड़ी के रूप में देखा गया जिस पर कठिन परिस्थितियों में भरोसा किया जा सकता था। बद्रीनाथ ने आईपीएल करियर में कुल 95 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 30.66 की औसत से 1441 रन बनाए। साल 2014 में हुई आईपीएल नीलामी में अनसोल्ड रहने के बाद 2015 में आरसीबी द्वारा उन्हें साइन किया गया था। लेकिन उन्हें किसी भी मैच में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नही बनाया गया।

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चेन्नई सुपर किंग्स ने 2021 आईपीएल सीज़न के लिए रॉबिन उथप्पा को साइन किया है। हालांकि, उन्होंने 2009 और 2010 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए एक बेहतरीन फिनिशर की एक भूमिका निभाई थी। साल 2010 में आरसीबी की ओर से खेलते हुए केकेआर के विरुद्ध रोबिन उथप्पा की 22 गेंदों में 50 रन की पारी को कौन भूल सकता है।

पार्थिव पटेल ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत चेन्नई सुपर किंग्स के साथ बतौर बैकअप विकेटकीपर के रूप में की थी। लेकिन, बाद में बतौर ओपनर खेलते हुए दिखाई दिए। पार्थिव पटेल ने सीएसके लिए कई मौकों पर बेहतरीन प्रदर्शन किया। लेकिन वह अपने फॉर्म में एकरूपता हासिल नही कर सके। पार्थिव साल 2008 से 2010 तक सीएसके से जुड़े हुए थे।

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इसके बाद, साल 2014 में आरसीबी ने पार्थिव पटेल को साइन किया था। उन्होंने 2014 सीज़न में 20.50 के औसत से खेले गए 12 मैचों में कुल 205 रन बनाए। लेकिन इस सीजन के बाद आरसीबी ने उन्हें रिलीज कर दिया। इसके बाद 2018 में एक बार फिर पार्थिव आरसीबी से जुड़ गए उनका यह सीजन अच्छा रहा।

ऑलराउंडर – मोइन अली, एल्बी मोर्कल और क्रिस मॉरिस:

मोईन अली ने साल 2018 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए आईपीएल में डेब्यू किया था। एबी डिविलियर्स के साथ उनकी 107 रनों की साझेदारी ने आरसीबी को 2018 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 219 रनों का विशाल लक्ष्य निर्धारित करने में मदद की थी। इसके बाद आरसीबी ने 14 रनों से यह मैच जीत लिया था। मोईन 2021 के आईपीएल सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ खेल रहे हैं। सीएसके के साथ उनका यह सीजन बेहद शानदार रहा है।

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एल्बी मोर्कल ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत चेन्नई सुपर किंग्स के साथ की थी। उन्होंने बतौर पिंच हिटर और तेज गेंदबाज यानि कि एक ऑलराउंडर के रूप में चेन्नई के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने कई मैचों में 6 और 7 नम्बर में आकर चेन्नई के लिए शानदार बल्लेबाजी की है। हालांकि जब वह आरसीबी के साथ रहे तब चेन्नई वाला फॉर्म दुहरा नही सके।

क्रिस मॉरिस ने साल 2013 में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ आईपीएल में डेब्यू किया था। निचले क्रम में बल्लेबाजी आने के बाद भी उन्होंने चेन्नई के लिए कई मैच जिताऊ पारी खेली। क्रिस मॉरिस का नाम आईपीएल इतिहास के उन ऑल राउंडर में आता है जिन्होंने हर सीजन सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। चेन्नई और आरसीबी दोनों ही टीमों के साथ खेलते हुए मॉरिस ने शानदार प्रदर्शन किया था।

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गेंदबाज- टिम साउदी, मुथैया मुरलीधरन और कर्ण शर्मा

टिम साउदी ने साल 2011 में सीएसके के साथ अपनी आईपीएल यात्रा शुरू की थी। हालांकि वह केवल 5 मैच ही खेल सके। साउदी अपने पहले मैच में ही, सीएसके को केकेआर के विरुद्ध हुए मैच को जीतने में मदद की। इस मैच में साउदी ने आखिरी ओवर में 9 रनों का बचाव किया था।
आरसीबी ने 2018 में टिम साउदी को साइन किया। उन्होंने मुंबई इंडियंस के खिलाफ सिर्फ 25 रन देकर 2 विकेट लिए, जिससे आरसीबी को अपने 169 रनों के टारगेट का बचाव करने में मदद मिली। इस स्पैल ने उन्हें मैन ऑफ द मैच बनाया।

मुथैया मुरलीधरन ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत 2008 में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ की थी। विश्व क्रिकेट के महानतम स्पिनर्स में से एक मुथैया ने कई मैचों में मैच जिताऊ गेंदबाजी की है। वह तेजी से विकेट लेने में मदद करने वाले स्पिनर थे। 2009 में, उन्हें मैन ऑफ द मैच दिया गया। क्योंकि, उन्होंने अपने स्पेल में सिर्फ 11 रन देकर 3 विकेट लिए थे। इसके बाद आरसीबी ने उन्हें 2012 में साइन किया था। जहाँ उन्होंने लाजवाब गेंदबाजी से हर किसी को प्रभावित किया। उन्होंने अपने आईपीएल करियर में 66 मैच खेले और कुल 63 विकेट हासिल किए।

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कर्ण शर्मा ने 2009 में आईपीएल में पदार्पण किया और आरसीबी का प्रतिनिधित्व किया। इसके अलावा, कर्ण उन टीमों का हिस्सा रहे हैं जिन्होंने प्लेऑफ में जगह बनाई है और आईपीएल का खिताब भी जीता है। चेन्नई सुपर किंग्स ने 2018 में लेग स्पिनर कर्ण शर्मा को साइन किया था। कर्ण ने उस सीजन कुल 6 कैच खेले जिनमें उन्होंने 4 विकेट भी हासिल किए। वह 2018 में आईपीएल खिताब जीतने वाली प्लेइंग इलेवन का भी हिस्सा थे।

 

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