क्रिकेट के साथ-साथ भारतीय क्रिकेटर भी लगातार लोकप्रिय होते जा रहे हैं। क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए कई बड़ी कम्पनियां स्पांसर बनने के लिए आतुर दिखाई देती हैं। भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेट टीमों के अलावा क्रिकेट की अन्य लीग में भी कम्पनियां धन लुटाती दिख रहीं हैं।
यदि सिर्फ आईपीएल की ही बात करें तो विभिन्न कम्पनियां फ्रेंचाइजियों को जितनी राशि का भुगतान करती हैं। वह यह दर्शाता है कि क्रिकेट और क्रिकेटर लगातार लगातार धनवान होते जा रहे हैं।
क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ने के साथ ही खिलाड़ियों के वेतन में भी वृद्धि हुई है। लगभग हर छोटे-बड़े शहर में क्रिकेट कोचिंग सेंटर स्थापित हो चुके हैं। इतना ही नही, क्रिकेटर बनने का सपना देखने वाले बच्चों को उनके पैरेंट्स का भी साथ मिल रहा है। हालांकि, हर चीज का बैक-अप प्लान होना भी जरूरी है। आज हम उन क्रिकेटर की बात कर रहे हैं, जिन्होंने क्रिकेट के अतिरिक्त बैक-अप के रूप में बेहतरीन शिक्षा ग्रहण की है।
1.) शिखा पाण्डेय-
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सुपर स्टार शिखा पाण्डेय ने इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक कीयः है। शिखा ने 10वीं और 12वीं कक्षा में 90% से अधिक अंक प्राप्त किए थे।
2.) रविचंद्रन अश्विन-
बहुत कम क्रिकेट फैंस को पता होगा कि रविचंद्रन अश्विन क्रिकेटर के अलावा एक इंजीनियर भी हैं। वास्तव में, उन्होंने क्रिकेट में करियर बनाने से पहले एक आईटी कंपनी में काम किया। यदि अश्विन क्रिकेटर नही होते तो आईटी कंपनी में इंजीनियर होते। भारतीय ऑल राउंडर रविचंद्रन अश्विन आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेलते हैं। और, आगामी टी-20 विश्वकप में भारतीय टीम का हिस्सा भी हैं।
3.) जवागल श्रीनाथ-
इस सूची में इंजीनियरिंग की डिग्री रखने वाले एक अन्य भारतीय खिलाड़ी पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ भी हैं। वे इंस्ट्रुमेंटेशन टेक्नोलॉजी में स्पेशलिस्ट हैं और इसी स्ट्रीम में अपनी इंजीनियरिंग पूरी की। श्रीनाथ की गेंदबाजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने साल 2002 में सन्यास का ऐलान कर दिया था। लेकिन तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली ने विश्वकप के लिए उन्हें वापस बुलाया और फिर वे 2003 विश्वकप में खेले।
4.) राहुल द्रविड़-
अपने समय के सबसे शानदार बल्लेबाजों में से एक राहुल द्रविड़ को ‘वॉल ऑफ क्रिकेट’ कहा जाता है। अपनी उच्च शिक्षा के दौरान द्रविड़ एमबीए कर रहे थे। लेकिन फिर, उन्होंने देश के लिए खेलना शुरू किया और पूरी तरह से क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित किया। भारतीय टीम को आज भी राहुल द्रविड़ जैसे किसी बल्लेबाज की तलाश है।
5.) स्मृति मंधाना-
भारतीय महिला क्रिकेट की एक और स्टार स्मृति मंधाना पढ़ाई में अव्वल थीं। हालांकि, वह साइंस स्ट्रीम लेना चाहती थीं। लेकिन, उनके माता-पिता ने उसे कॉमर्स लेने के लिए कहा ताकि वह क्रिकेट पर ज्यादा ध्यान दे सके। उन्होंने, पैरेंट्स की बात मानकर कॉमर्स लिया और क्रिकेट पर फोकस करते हुए बेहतरीन प्लेयर बन गईं।
6.) अक्षर पटेल-
भारतीय लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल क्लास टॉपर थे। वह अपने स्कूल में सबसे अधिक अंक प्राप्त करते थे। लेकिन उसका परिवार चाहता था कि वह एक क्रिकेटर बनें। जिसके बाद उन्होंने क्रिकेटर बनने के लिए मेहनत की। आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेलने वाले अक्षर पटेल, टी-20 विश्वकप के लिए भारतीय टीम का हिस्सा भी हैं।
7. वेंकटेश अय्यर-
आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से ओपनिंग करने वाले तेज तर्रार बल्लेबाज वेंकटेश अय्यर ने सीए की पढ़ाई की है। लेकिन उन्होंने एमबीए के लिए छोड़ दिया था।हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि यदि वे क्रिकेटर नहीं होते तो आईआईटी या आईआईएम में होते।