5 खिलाड़ी जिनकी आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) में आकर किस्मत चमक गई
चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल इतिहास की सबसे पसंदीदा टीमों में से एक होने के साथ-साथ एक बेहद सफल फ्रेंचाइजी भी है। उन्होंने 3 आईपीएल खिताब (2010, 2011 और 2018) और 2 चैंपियंस लीग T20 (2010 aur 2014) की ट्रॉफी अपने नाम की है। आईपीएल के हर सीजन में उनका प्रदर्शन जोरदार होता है और वह अभी तक आईपीएल के 8 फाइनल मुकाबलों का हिस्सा बन चुके हैं जो अपने आप में उनकी सफलता का उदाहरण बन जाता है। 61.28 प्रतिशत की जीत औसत साथ वह जीत प्रतिशत के मामले में सबसे ऊपर है। कप्तान एमएस धोनी के नेतृत्व में चल रही सीएसके का हिस्सा बनना हर नए खिलाड़ी के लिए किसी सपने से कम नहीं है।
ऐसे ही बहुत से खिलाड़ी है जिनकी किस्मत चेन्नई सुपर किंग्स में आकर चमक गई। आइए बात करते है ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में :
#1. रविचंद्रन अश्विन
रविचंद्रन अश्विन ने अपना आईपीएल करियर 2009 में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ शुरू किया। उस सीजन उन्होंने केवल 4 ओवर ही गेंदबाजी मिली मगर उन 4 ओवरों में उन्होंने मात्र 13 रन देकर दो विकेट हासिल किए। साल 2010 और 2011 उनके करियर के लिए काफी सुनहरे रहे क्योंकि 2010 में उन्होंने आईपीएल में 13 विकेट चटकाए, चैंपियंस लीग T20 में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने। साथ ही साथ उसी वर्ष उनका भारत के लिए वनडे और टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में पदार्पण हुआ।
अश्विन के लिए 2011 भी उतना ही बेहतरीन रहा और उन्होंने उस साल आईपीएल में 20 विकेट लिए और साथ ही साथ 2011 के 15 सदस्य वाली विजेता वर्ल्ड कप टीम का भी हिस्सा बने। वह इसी वर्ष अपने पहले ही टेस्ट मैच में मैन ऑफ द मैच का खिताब प्राप्त करने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी भी बने। अश्विन 2015 तक चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा रहे और उस समय तक वह भारत के प्रमुख गेंदबाजों में से एक बन चुके थे। उसके बाद वह कभी भी चेन्नई के लिए ना खेल सके और वर्तमान समय में वे दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा है।
#2. मुरली विजय
इस सूची में अगला बड़ा नाम मुरली विजय का है जो 2009 से लेकर 2013 तक चेन्नई सुपर किंग्स का महत्वपूर्ण हिस्सा थे। उन्होंने अपने पहले सीजन में मात्र 4 मैच खेले मगर 2010 में उन्होंने जोरदार वापसी करते हुए सीएसके को पहली बार आईपीएल चैंपियन बनाने में मुख्य किरदार निभाया। उसी वर्ष विजय चैंपियंस लीग T20 में सीएसके की ओर से सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बने और वहां भी चेन्नई को खिताब जिताने में मदद की।
जब विजय चेन्नई के लिए खेल रहे थे उसी बीच उन्हें भारत के लिए टेस्ट वनडे और टी-20 में पदार्पण का मौका मिला। साथ ही साथ वे भारत की 2010 T20 वर्ल्ड कप टीम का भी हिस्सा बने मगर वह वहां बहुत खास प्रदर्शन नहीं कर सके। उनका वनडे करियर उतार-चढ़ाव भरा रहा मगर टेस्ट में उन्होंने भारत के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपनी बल्लेबाजी से टीम के लिए काफी योगदान दिया।
#3. शार्दुल ठाकुर
शार्दुल ठाकुर ने हाल ही में भारत के लिए गेंद और बल्ले दोनों से ही कमाल कर दिखाया है। खासकर हाल ही में हुए इंग्लैंड के विरुद्ध श्रृंखला में जहां उनकी डेथ ओवर गेंदबाजी ने भारत को टी20 और वनडे दोनों श्रंखला जीतने में अहम भूमिका निभाई।
हालांकि उनका अंतरराष्ट्रीय पदार्पण चेन्नई द्वारा उन्हें 2018 में खरीदे जाने के पहले ही हो गया था मगर चेन्नई में आने के बाद ही उनके करियर को एक नई दिशा मिली। चेन्नई के लिए खेलते हुए ही उनका टेस्ट में डेब्यू हुआ जहां उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया और भारत के वनडे और टी-20 टीम में भी अपनी नियमित जगह सुनिश्चित की।
#4. दीपक चाहर
इस सूची में चौथा नाम दीपक चहर का है जिनकी सफलता का पूरा श्रेय चेन्नई सुपर किंग्स को ही जाता है। चेन्नई के लिए खेलते हुए, अपने पहले ही आईपीएल के बाद ही उनका नाम भारत की वनडे और टी20 टीम में आ गया था।
उन्होंने 2018 में भारत के पदार्पण किया और 2019 में ही उन्होंने T20 अंतरराष्ट्रीय का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन करते हुए बांग्लादेश के विरुद्ध हुए मैच में 7 रन देकर 6 विकेट झटके। इसी बीच वह टी-20 अंतरराष्ट्रीय में हैट्रिक लगाने वाले भारत के पहले गेंदबाज बने।
#5. मोहित शर्मा
मोहित शर्मा 2013 से 2015 तक चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा रहे जिस बीच उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी की। अपने पहले ही आईपीएल के बाद उनका चुनाव भारतीय वनडे टीम में हुआ और अगले ही साल T20 अंतरराष्ट्रीय में भी वह जगह बनाने में सफल रहे। भारतीय टीम के लिए उनका शुरुआती प्रदर्शन शानदार रहा।
अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर ही उन्होंने 2015 में हुए विश्व कप के लिए भारतीय टीम में जगह बनाई और तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज भी बने। कहीं ना कहीं उनकी इस सफलता का श्रेय भी चेन्नई सुपर किंग्स को ही जाता है।