News

दीपक चाहर ने जिम्बाब्वे के इस खिलाड़ी को दिया जीवनदान, फैंस की खूब प्रशंसा

Share The Post

भारत और जिम्बाब्वे के बीच खेले गए तीन मैचों की वनडे सीरीज का अंतिम मैच भारत ने 13 रन से जीतकर सीरीज को 3-0 से अपने नाम कर लिया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 290 रनों का स्कोर खड़ा किया। भारत की ओर से शुभमन गिल ने 130 रन बनाए तो वहीं ईशान किशन ने 50 रनों का योगदान दिया। लक्ष्य का पीछा करने आई मेजबान टीम के खिलाफ भारतीय गेंदबाजों ने शानदार शुरुआत की।भारतीय गेंदबाजी के दौरान भारत के स्विंग गेंदबाज दीपक चाहर ने जिम्बाब्वे के सलामी बल्लेबाज इनोसेंट काइया को मांकड़ के जरिए आउट करने वाले थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।

दरअसल, भारत के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में मेजबान टीम 290 रनों के लक्ष्य को चेज करने उतरी तो पारी की पहली गेंद दीपक चाहर फेंकने ही वाले थे कि नॉन स्ट्राइकर पर खड़े इनोसेंट काइया अपनी क्रीज छोड़ कर आगे बढ़ गए। इसके बाद दीपक चाहर अपने एक्शन में आने से पहले नॉन स्ट्राइक की बेल्स उड़ा दी। अगर दीपक तभी रन आउट की अपील करते तो इनोसेंट को पवेलियन लौटना ही पड़ता लेकिन चाहर ने ऐसा नहीं किया।

Advertisement

यहां देखें वीडियो

आपको बता दें, आईसीसी के नए संशोधित नियमों में एक प्रमुख संशोधन ये भी था कि एक अगर गेंद फेंकने से पहले नॉन-स्ट्राइकर अपनी क्रीज छोड़ता है तो गेंदबाज उसे आउट कर सकता है और यह अनफेयर प्ले नहीं कहा जाएगा। इस नियम को ‘मांकड़’ के नाम से जाना जाता है।

Advertisement

मांकड का इस्तेमाल भारत के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने आईपीएल में जोस बटलर को आउट कर किया था। जसके बाद उनकी काफी आलोचना भी हुई थी। इसके अलावा कई गेंदबाजों द्वारा मांकड़ का इस्तेमाल किया गया था, जिसे क्रिकेट भावना के विपरीत बताया गया था, लेकिन हकीकत में बल्लेबाज को आउट ही दिया जाना चाहिए और अब दिया जाया करेगा। ये नियम 1 अक्टूबर 2022 से लागू होंगे। हालांकि, कुछ ही देर बात जिम्बाब्वे के बल्लेबाज इनोसेंट काइया को दीपक चाहर ने एलबीडबल्यू आउट कर पवेलियन भेज दिया था। वह महज 6 रन ही बना सके। दीपक चाहर के इनोसेंट के न आउट करने के इस मूव की जमकर तारीफ हो रही है।

Advertisement

Advertisement

Advertisement

Advertisement
Advertisement

Advertisement

Share The Post

Related Articles

Back to top button