आईपीएल 2011 में ये टीमें थीं ग्रुप ए और ग्रुप बी का हिस्सा
बीसीसीआई ने इस बार आईपीएल 2022 के फॉर्मेट में बदलाव किया है। इस बार के आईपीएल में लखनऊ सुपर जाइंट्स और गुजरात टाइटंस के रूप में दो नयी टीमें खेलती दिखाई देंगी। इस साल के आईपीएल के लिए 5-5 टीमों के दो ग्रुप रहेंगे और सभी टीमें अपने ग्रुप की अन्य 4 टीमों के खिलाफ दो बार मैच खेलने होंगे जबकि दूसरे ग्रुप की एक टीम से दो बार और बची हुई 4 टीमों के खिलाफ एक बार खेलना पड़ेगा। इस हिसाब से सभी 10 टीमों को 14-14 मैच ही खेलने होंगे। बहुत कम फैंस जानते होंगे कि आईपीएल में ये फॉर्मेट पहली बार नहीं आया है यह फॉर्मेट 2011 में भी आ चुका हैं जब कोच्चि टस्कर्स केरला और पुणे वारियर्स टीम उस सीजन में शामिल हुई थी।
आईपीएल 2011 में भी बनाये गए थे दो ग्रुप
आईपीएल 2011 में भी 10 टीमें खेली थी। 10 टीमों को ग्रुप ए और ग्रुप बी में बांट दिया गया था। जहां ग्रुप ए में डेक्कन चार्जर्स, दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स), किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स), मुंबई इंडियंस, पुणे वारियर्स इंडिया शामिल थी। वहीं ग्रुप बी में चेन्नई सुपर किंग्स, कोच्चि टस्कर्स केरला, कोलकाता नाइट राइडर्स, राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम थी।
आईपीएल 2011 में महेला जयवर्धने ने कोच्चि टस्कर्स केरला ने संभाली थी। टीम 14 मैचों में 6 जीत और 8 हार के साथ पॉइंट्स टेबल में आठवें स्थान पर रही थी। वहीं पुणे वारियर्स इंडिया टीम की कप्तानी सौरव गांगुली ने संभाली थी। टीम ने उस सीजन में 14 मैचों में 4 जीत और 9 हार के साथ पॉइंट्स टेबल में नौवें स्थान पर रही थी। वहीं एक मैच का रिजल्ट नहीं निकला था।
इस सीजन में प्लेऑफ में क्रमशः रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, चेन्नई सुपर किंग्स, मुंबई इंडियंस, कोलकाता नाइट राइडर्स ने क्वालीफाई किया था। लीग का पहला प्लेऑफ मैच बैंगलोर और चेन्नई के बीच हुआ था और इस मैच में चेन्नई ने जीत हासिल करते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया था। इसके बाद मुंबई और कोलकाता के बीच हुए एलिमिनेटर मैच में मुंबई ने जीत हासिल की थी। इसके बाद दूसरे प्लेऑफ मैच मुंबई और बैंगलोर के बीच हुआ था जिसमें बैंगलोर ने जीत हासिल कर ली थी और फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया था। वहीं फाइनल में चेन्नई ने 58 रन से जीतकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली थी।