
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य चयनकर्ता और अपने समय के दिग्गज बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर का मानना है कि, अगर भारतीय चयनकर्ता रुतुराज गायकवाड़ को एकदिवसीय टीम में चुनना चुनना चाहते हैं तो उन्हें चुनने का यह सही समय है। क्योंकि, वह सीनियर लेवल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए सही उम्र में हैं।
पूर्व बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर के अनुसार, जब एक 18-19 वर्षीय किशोर स्कोर जूनियर स्तर पर खेलता है। और, वह उस समय शानदार प्रदर्शन कर रहा होता है। तब, आप उसे सीनियर टीम में शामिल करने से पहले कुछ समय प्रतीक्षा करने के बारे में सोच सकते हैं। क्योंकि, इस दौरान आप यह देखना चाहते हैं कि, क्या वह लगातार अच्छा प्रदर्शन कर पा रहा है या नही।
हालांकि, रुतुराज गायकवाड़ के मामले में ऐसा नही है। क्योंकि, उन्होंने हर जगह रन बनाए हैं। गायकवाड़ ने आईपीएल 2020 के अपने पहले सीज़न में तीन अर्धशतक बनाए थे। इसके बाद फिर वह आईपीएल 2021 में ऑरेंज कैप विजेता थे। और फिर घरेलू सर्किट में आने के बाद उन्होंने, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में रनों का पहाड़ खड़ा किया है।
गौरतलब है कि, रुतुराज गायकवाड़ ने पुणे में दिलीप वेंगसरकर की एकेडमी में ही क्रिकेट के गुर सीखे हैं। साथ ही, जब वह जूनियर क्रिकेटर के रूप में सामने आ रहे थे तब से वेंगसरकर दाएं हाथ के इस युवा बल्लेबाज की प्रतिभा से परिचित हैं। जो फिलहाल, महाराष्ट्र की टी20 और वनडे टीम के कप्तान भी हैं।
भारतीय टीम में जगह बनाने लायक काम कर चुके हैं रुतुराज: दिलीप वेंगसरकर
पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर का यह भी मानना है कि, एक युवा क्रिकेटर को भारतीय वनडे टीम में जगह पाने के लिए जो करना चाहिए। रुतुराज गायकवाड़ ने उससे कहीं अधिक अच्छा प्रदर्शन किया है।
उल्लेखनीय है कि, रुतुराज अब एक अनकैप्ड प्लेयर नही हैं। क्योंकि, इसी वर्ष जब भारतीय क्रिकेट टीम श्रीलंका दौरे पर थी तब वह टीम का हिस्सा थे। इस दौरान उन्होंने टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। इसके अलावा, गत माह न्यूजीलैंड के विरुद्ध हुई टी20 सीरीज में भी शामिल किया गया था। हालांकि, उन्हें इस सीरीज में खेलने का मौका नही मिल सका था।
दिलीप वेंगसरकर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा है कि, चयनकर्ताओं को फॉर्म में चल रहे बल्लेबाजों को चुनना चाहिए। खुद को साबित करने के लिए रुतुराज को और कितने रन बनाने होंगे। सेलेक्टर्स के लिए उसे तुंरत चुनने और एकदिवसीय टीम में शामिल करने का सही मौका है।
वेंगसरकर ने यह भी कहा कि, रुतुराज गायकवाड़ नंबर 3 पर अच्छी बल्लेबाजी कर सकते हैं। वह अभी, 18 या 19 वर्ष के नहीं हैं। बल्कि, 24 साल के हो चुके हैं। ऐसे में कोई मतलब नहीं है कि उन्हें टीम इंडिया में शामिल करने के लिए 28 वर्ष का इंतजार करें।
यह भी पढ़ें: हर्षा भोगले इन दो भारतीय युवा प्लेयर्स के लिए बार-बार देख रहे हैं विजय हजारे ट्रॉफी का स्कोरकार्ड।
गौरतलब है कि, साल 2008 में जब दिलीप वेंगसरकर भारत के मुख्य चयनकर्ता थे। उस समय राष्ट्रीय चयन समिति ने कई सारे साहसिक निर्णय लिए थे। यही कारण है कि, कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज (सीबी सीरीज) के लिए महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में एक युवा टीम चुनी गई थी। जिसने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में त्रिकोणीय श्रृंखला में लगातार दो फाइनल हराते हुए मात दी थी।
पूर्व भारतीय कप्तान और वर्तमान बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को उस समय भारत की वनडे टीम टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद राष्ट्रीय चयन समिति ने बाद में उस दौर के मध्यक्रम के शानदार बल्लेबाज और वर्तमान भारतीय कोच राहुल द्रविड़ के एकदिवसीय भविष्य पर भी फैसला लिया था। हालांकि, इन सबका फायदा टीम इंडिया को हुआ। और यही टीम साल 2011 के विश्वकप में 28 साल बाद भारत को विश्वविजेता बनाने में कामयाब हुई।