इंडियन प्रीमियर लीग की नीलामी में हर वर्ष खिलाड़ियों पर पैसों की बारिश होती है। आईपीएल फ्रेंचाइजी हर साल कई ऐसे खिलाड़ियों को भारी भरकम रकम देकर खरीदती हैं जो पूरे टूर्नामेंट में कुछ खास नही कर पाते। यदि इसे ऐसा कहा जाए कि आईपीएल में कुछ ही खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो अपने प्राइस टैग को सही ठहरा पाते हैं, तो गलत नही होगा।
इसे आईपीएल की विडंबना ही कहा जाए कि जब कुछ खिलाड़ियों पर फ्रेंचाइजी पैसे लुटा रही होती हैं। तब, कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं जिन्हें उनकी योग्यता और प्रदर्शन की अपेक्षा काफी कम वेतन प्राप्त हो पाता है। आज हम प्रत्येक फ्रेंचाइजी के एक ऐसे खिलाड़ी पर चर्चा करेंगे जिनके प्रदर्शन और आंकड़ों से उनका वेतन कम दिखाई देता है।
1.) सनराइजर्स हैदराबाद
सनराइजर्स हैदराबाद की सबसे मजबूत कड़ी केन विलियमसन को फ्रेंचाइजी द्वारा उतना भुगतान नही किया जा रहा है जितना अच्छा वह प्रदर्शन कर रहे हैं। दरअसल, केन विलियमसन को हैदराबाद में खेलने के लिए मात्र 3 करोड़ दिए जा रहे हैं। हालांकि आप यह सोचेंगे कि 3 करोड़ मिल रहे हैं तो बुरा क्या है। लेकिन, सच्चाई यह है कि आईपीएल के अन्य खिलाड़ियों की तुलना में उनका वेतन काफी कम है।
केन विलियमसन ने अपनी फ्रेंचाइजी के लिए अच्छे खेल का प्रदर्शन किया है। इतना ही नही, उन्होंने कई बार व्यक्तिगत तौर पर हैदराबाद को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। विभिन्न आईपीएल फ्रेंचाइजी के कप्तानों में विलियम्सन का वेतनमान सबसे न्यूनतम है। यदि, फ्रेंचाइजी द्वारा ऐसे खिलाड़ी को मात्र 3 करोड़ दिए जा रहे हैं तो यह उनकी प्रतिभा के साथ न्याय नही किया जा रहा है।
2.) रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
बैंगलोर के सलामी बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल 2020 से फ्रेंचाइजी से जुड़े हैं। ऐसा कई बार देखा गया है कि वह फ्रेंचाइजी के लिए वरदान साबित हुए हैं। पडिक्कल आज भले। ही मात्र 21 वर्ष के हों लेकिन उन्होंने मात्र 22 मैचों में 32 से अधिक की औसत से 690 रन बनाए हैं। जिसमें, पांच अर्धशतक और एक शतक भी शामिल है।
यह बेहद हैरान करने वाला है कि, देवदत्त पडिक्कल को बैंगलोर द्वारा मात्र 20 लाख रुपए ही दिए जा रहे हैं। अब आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इंडियन प्रीमियर लीग में किसी भी खिलाड़ी के लिए यह न्यूनतम आधार मूल्य ही 20 लाख रुपये है। अपनी फ्रेंचाइजी के लिए टॉप ऑर्डर में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी, पडिक्कल अब भी आरसीबी में सबसे कम वेतन पाने वाले खिलाड़ी हैं। जबकि, इसी फ्रेंचाइजी में ऐसे कई खिलाड़ी हैं जिन्हें उनकी योग्यता से कहीं अधिक भुगतान किया जा रहा है।
3.) चेन्नई सुपरकिंग्स
क्या आप कल्पना कर सकते हैं जिसने भारत की ओर से टी-20 खेलते हुए 20.11 की शानदार औसत से 18 विकेट हासिल किए हैं। उसे, उसकी फ्रेंचाइजी द्वारा एक करोड़ रुपये का भी भुगतान नही किया जा रहा है। जी हाँ, चेन्नई सुपरकिंग्स के सुपरस्टार दीपक चाहर को उनकी फ्रेंचाइजी द्वारा मात्र 80 लाख रुपये ही दिए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि, दीपक चाहर का वेतन उन खिलाड़ियों से भी बहुत कम है जिन्हें फ्रेंचाइजी ने खरीदा तो है पर अब तक चेन्नई के लिए एक भी मैच नही खेल पाए हैं। दीपक चाहर जैसे शानदार गेंदबाज को महज 80 लाख रुपये देना उनकी योग्यता के अनुकूल नही है। फ्रेंचाइजी को इस पर विचार करना चाहिए।
4.) दिल्ली कैपिटल्स
दिल्ली कैपिटल्स के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ की विस्फोटक बल्लेबाजी का हर कोई मुरीद है। उन्हें, देखकर पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग की याद आती है। ऐसा कई बार देखा गया है कि पृथ्वी की तूफानी शुरुआत के बल पर दिल्ली कैपिटल्स ने जीत हासिल की है।
आईपीएल की वर्तमान स्थिति में पृथ्वी शॉ, ऑरेंज कैप के प्रबल दावेदार हैं और वे इस सूची में नम्बर तीन पर बने हुए हैं। आईपीएल के 47 मैचों में 24 की अधिक औसत से 1145 रन बना चुके एक खिलाड़ी को 1.2 करोड़ रुपए से अधिक मिलने चाहिए। दिल्ली कैपिटल्स को चाहिए कि यदि वह आईपीएल 2022 के लिए पृथ्वी शॉ को अपने साथ रखना चाहती है तो उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार वेतन देना चाहिए।
5.) राजस्थान रॉयल्स
आईपीएल के पहले संस्करण की विजेता, राजस्थान रॉयल्स युवाओं के लिए हमेशा ही अपने द्वार खुले रखती है। लेकिन, डेविड मिलर जैसे शानदार खिलाड़ी के लिए अपना वॉलेट खोलने में देरी कर रही है। दक्षिण अफ्रीका के इस खिलाड़ी को उनकी फ्रेंचाइजी द्वारा मात्र 75 लाख दिए जा रहे हैं। मिलर निश्चित ही वेतन वृद्धि के हकदार हैं क्योंकि आईपीएल के जारी संस्करण में उन्होंने अन्य खिलाड़ियों की अपेक्षा बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
6.) कोलकाता नाइट राइडर्स
शाहरुख खान के स्वामित्व वाली टीम के बहुमुल्य सितारे प्रसिद्ध कृष्णा को उनकी फ्रेंचाइजी ने सही मूल्य नही दिया है। भारत और इंग्लैंड के बीच हुई श्रंखला में डेब्यू करने वाले इस खिलाड़ी ने जिस प्रकार अपने पहले ही मैच में 4 विकेट झटके थे वह उनकी क्षमता को दर्शाता है। इसके अलावा, आईपीएल के 32 मैचों में 9.18 की इकॉनमी से 27 विकेट लेना भी उनकी महत्वपूर्णता को प्रदर्शित कर रहा है।
इस सीजन में केकेआर के लिए दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले इस प्लेयर के लिए मात्र 20 लाख रुपये के बेस प्राइस का भुगतान करना सही नही हो सकता। आईपीएल के अगले सीजन के लिए केकेआर को इस प्रतिभावान खिलाड़ी के लिए अपने वॉलेट को खोलने का प्रयास करना चाहिए।
7.) पंजाब किंग्स
मयंक अग्रवाल, पंजाब किंग्स के लिए एक ऐसे बल्लेबाज बन चुके हैं जिन्हें प्लेइंग इलेवन में पहली पसंद के रूप में देखा जाता है। इस युवा खिलाड़ी ने पंजाब किंग्स को ठोस और तेज शुरुआत प्रदान करने का प्रयास किया है। पंजाब किंग्स इस खिलाड़ी को मात्र 1 करोड़ रुपये ही दे रही है। जोकि, इस युवा खिलाड़ी के खेल को देखते हुए बेहद कम प्रतीत होते हैं। जबकि, फ्रेंचाइजी के अन्य खिलाड़ियों को मयंक से अधिक भुगतान किया जा रहा है।
8.) मुंबई इंडियंस
मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली मुंबई इंडियंस द्वारा जसप्रीत बुमराह को 7 करोड़ दिया जा रहा है। यूँ तो 7 करोड़ रुपये आईपीएल के खिलाड़ियों के औसत मूल्य के बराबर है। किंतु, मुंबई इंडियन्स के खिताब जीतने में अहम भूमिका निभाने वाले जसप्रीत बुमराह औसत दर्जे के खिलाड़ी नही हैं। बुमराह को, विराट कोहली, रोहित शर्मा और हार्दिक पंड्या के स्तर का खिलाड़ी माना जाता है। अतः उन्हें योग्य समझते हुए फ्रेंचाइजी को उनके वर्तमान मूल्य में वृद्धि करने का विचार करना चाहिए।