
पूर्व भारतीय खिलाड़ी गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद राजनीती में कदम रखा और वह ईस्ट दिल्ली से बीजेपी की तरफ से सांसद हैं। हालाँकि इसके बावजूद गंभीर आईपीएल (IPL) में पहले क्रिकेट कमेंट्री करते थे, जबकि 2022 के सीजन में वह बतौर मेंटर लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के साथ दिखाई दिए।
सांसद होने के बावजूद गंभीर के आईपीएल में काम करने को लेकर लोगों ने हमेशा ही उनपर निशाना साधा है। इसके बावजूद दिग्गज ने बिना किसी की परवाह किये लीग में अपना काम जारी रखा।
हालाँकि गौतम गंभीर ने आईपीएल में काम करने को लेकर अब चुप्पी तोड़ी है और अपने आलोचकों पर पलटवार किया है। गंभीर ने आईपीएल में काम करने के पीछे एक बहुत ही अहम वजह बताई और शायद यह वजह सुनकर आप भी उनके प्रशंसक बन जाएँ।
आईपीएल में कमेंट्री या अन्य काम करने की वजह का किया खुलासा
एक मीडिया कॉन्फ्रेंस के दौरान गंभीर ने बताया कि आखिर क्यों वह सांसद होने के बावजूद आईपीएल में काम कर रहे हैं और उन्होंने ये भी कहा कि उनके द्वारा बताई गई वजह से को छाप भी देना। 53 सेकंड के वीडियो में गंभीर ने आईपीएल में काम करने की वजह बताते हुए कहा,
मैं आईपीएल में कमेंट्री या इसमें काम क्यों करता हूं क्योंकि मैं हर महीने 5000 लोगों को खिलाने के लिए 25 लाख रुपये खर्च करता हूं। यह लगभग रु 2.75 करोड़ प्रति वर्ष का खर्च होता हैं। मैंने लाइब्रेरी बनाने के लिए भी 25 लाख रुपये खर्च किए हैं। यह सारा पैसा मैं अपनी जेब से खर्च करता हूं न कि एमपीलैड फंड से। एमपीलैड फंड मेरी 5000 लोगों की रसोई या मेरे द्वारा किए जाने वाले अन्य कामों को नहीं चलाता है और ना मेरे घर में पेड़ हैं जहाँ पैसे लटकते हैं।
5000 लोगों को खाना खिलाने और उस लाइब्रेरी के लिए मुझे काम करना पड़ता है। मुझे इसे स्वीकार करने में कोई शर्म नहीं कि हाँ मैं आईपीएल में कमेंट्री करता हूँ या आईपीएल में काम करता हूँ। इसके पीछे बहुत बड़ा मकसद है।
अगर ईमानदारी से पैसे कमाकर जनता के लिए मुफ़्त रसोइयां, लाइब्रेरी, स्मॉग टॉवर लगाना ग़लत है, तो मैं ये ग़लती बार बार करूंगा! pic.twitter.com/dj4srwSdZ4
Advertisement— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) June 4, 2022
गौतम गंभीर की टीम ने आईपीएल 2022 में तय किया था आईपीएल 2022 का सफर
गौरतलब है कि आईपीएल 2022 के माध्यम से लीग में पहली बार शामिल होने वाली लखनऊ सुपर जायंट्स को मेंटर करने की जिम्मेदारी गौतम गंभीर को दी गई थी। टीम के प्रदर्शन में गंभीर की नीतियों की झलक साफ दिखी।
लीग स्टेज में लखनऊ ने 14 में से नौ मुकाबलों में जीत दर्ज की और प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने में सफल रही। हालाँकि टीम को एलिमिनेटर मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हाथों हारकर बाहर होना पड़ा था।