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वो दिग्गज खिलाड़ी जिनकी बड़ी पारी के बाद भी टीम को हार का सामना करना पड़ा

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अपनी टीम के लिए रन बनाना किसी भी क्रिकेटर के लिए सबसे बेहतरीन संतुष्टि है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रन बनाना आसान नहीं है क्योंकि इस स्तर पर गेंदबाज भी बेहतरीन गेंदबाजी करते हैं। सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग और ब्रायन लारा जैसे दिग्गजों क्रिकेटरों ने बेहतरीन कौशल के साथ अधिकतम रन बनाकर नई पीढ़ी को बल्लेबाजी के गुर सिखाए हैं। प्रत्येक खिलाड़ी अपनी टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए टीम की जीत चाहता है। लेकिन, कुछ ऐसे भी मौके देखे गए हैं जब किसी प्लेयर ने अपने करियर का सर्वोच्च स्कोर बनाया हो और उसकी टीम को हार का सामना करना पड़ा हो।

आइये, एक नजर डालते हैं उन बल्लेबाजों और उनके उच्चतम स्कोर पर जिनकी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी के बाद भी टीम मैच हार गई थी।

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1.) चार्ल्स कोवेंट्री-

यदि आपने साल 2009 में जिम्बाब्वे के चार्ल्स कोवेंट्री की बांग्लादेश के खिलाफ उनकी 194 रनों की विशाल पारी को देखा है तो आप उसे नहीं भूल सकते। इस बल्लेबाज ने बुलावायो में 156 गेंदों में शानदार 194 रन बनाए थे। चार्ल्स कोवेंट्री ने इस मैच में मैदान के चारों ओर शॉट खेलते हुए धमाल मचाया था। चार्ल्स की इस पारी ने जिम्बाब्वे को 50 ओवरों में 312 रन के स्कोर तक पहुंचने में मदद की।

इस श्रृंखला में जिम्बाब्वे पहले ही 1-2 से पीछे था। लेकिन चार्ल्स कोवेंट्री की इस पारी के बाद किसी को भी उम्मीद नही थी कि जिम्बाब्वे यह मैच हार सकता है। चार्ल्स की 194 रन की पारी में 16 चौके और सात छक्के शामिल थे। लेकिन, बांग्लादेश ने इस मैच में ऐसा खेल दिखाया कि मैच जिम्बाब्वे के हाथ से निकल गया। बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल ने इस मैच में 154 रन बनाए और बांग्लादेश ने 47.5 ओवरों में भी लक्ष्य को हासिल कर लिया था।

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2.) फखर जमान-

साल 2021 में वांडरर्स स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे में, पाकिस्तान के फखर जमान ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया। दक्षिण अफ्रीका के 342 रनों का पीछा करते हुए फखर जमान ने 193 रनों की बड़ी पारी खेली। हालांकि, उनकी यह पारी बेकार गई और दक्षिण अफ्रीका ने 17 रन से यह मैच जीत लिया।

फखर जमान ने महज 155 गेंदों में 18 चौके और दस छक्कों सहित शानदार पारी खेली, लेकिन पाकिस्तान सिर्फ 324 रन ही बना सका। इस मैच में एडेन मरकाम ने स्ट्राइकर एंड में थ्रो करके फखर जमान को रन आउट कर दिया था। दक्षिण अफ्रीका को पहले बल्लेबाजी करते हुए मजबूत शुरुआत मिली और लगभग हर बल्लेबाज ने लक्ष्य निर्धारित करने में अपना योगदान दिया।

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3.) मैथ्यू हेडन-

यह मैच बड़े स्कोर वाले उन रोमांचक मैचों में से एक था जिनमें खेल अंतिम ओवर तक चला। यह मैच हुआ था साल 2007 की वनडे सीरीज में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच। इस श्रृंखला के तीसरे मैच में मैथ्यू हेडन ने कीवी गेंदबाजों पर शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपना दबदबा बनाया। उन्होंने न केवल 166 गेंदों में 181 रन बनाए, जिसमें 11 चौके और दस छक्के शामिल थे। जिससे, ऑस्ट्रेलियाई टीम को पहली पारी में 346 तक पहुंचने में मदद मिली और सभी ने सोचा कि अब ऑस्ट्रेलियाई निश्चित रूप से जीतेंगे। लेकिन, न्यूजीलैंड ल बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के सपनों में पानी फेर दिया।

गौरतलब है कि, लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड ने 41 रन पर चार विकेट गंवा दिए। लेकिन, क्रेग मैकमिलन और ब्रेंडन मैकुलम ने शानदार खेल दिखाया। मैकमिलन ने 117 रन बनाए और मैकुलम ने 91 गेंदों में 86* रन बनाते हुए इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। इस मैच में, मैथ्यू हेडन की पारी एक शानदार पारी थी, फिर भी ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच गंवा दिया।

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4.) एविन लुईस-

साल 2017 में द ओवल ग्राउंड में, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच एक शानदार मैच खेला गया। इस मैच में वेस्टइंडीज के बल्लेबाज एविन लुईस ने 130 गेंदों में 176 रन बनाए। जिसकी बदौलत वेस्टइंडीज ने 356 रनों का स्कोर खड़ा किया। लुईस की इस पारी में 17 चौके और सात छक्के शामिल थे और वह 135.38 के स्ट्राइक रेट से खेल रहे थे।

इस मैच के 47वें ओवर में जेक बॉल की गेंद पर एविन लुईस रिटायर्ड हर्ट हो गए। इसके बाद, लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड ने भी ठोस शुरुआत की। लेकिन बाद में, खराब मौसम के कारण इंग्लैंड ने डकवर्थ लुइस पद्धति से यह मैच जीत लिया। चूंकि, एविन लुइस ने इस मैच में एक बड़ी पारी खेली थी। इसलिए मैच में हार के बाद भी उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।

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5.) सचिन तेंदुलकर-

टीम इंडिया ने साल 2009 में सात मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी की थी। इस खेल से पहले श्रृंखला 2-2 से बराबरी पर थी और दोनों पक्ष सीरीज जीतने को बेताब थे। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 352 रनों का लक्ष्य रखा। शेन वॉटसन ने 89 गेंदों में 93 रन बनाए और शॉन मार्श ने 112 रन एक गेंद पर स्कोर बोर्ड पर दर्ज कर दिए थे।

इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम को जीत आसान लग रही थी। लेकिन, मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की योजना कुछ और ही थी। सचिन ने इस मैच में 141 गेंदों में 175 रन बनाए। लेकिन यह काफी नहीं था और भारत यह मैच तीन रन से हार गया। लेकिन, सचिन तेंदुलकर की यह पारी सबसे शानदार पारी में से एक है।

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6.) डेविड वार्नर-

डेविड वार्नर सबसे बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में से एक हैं। वार्नर जैसे खिलाड़ी को हर कोई अपनी टीम में चाहेगाम इसके अलावा, वह एक लड़ाकू खिलाड़ी हैं जो समर्पण के साथ मैच खेलते हैं। साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था। हालांकि, इस सीरीज के शुरुआती 4 मैचों में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन, ऑस्ट्रेलियाई टीम ने आखिरी मैच में खुद को क्लीन स्वीप से बचाने के लिए कड़ी मेहनत की। इस मैच में दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी की और निर्धारित 50 ओवरों में 327 रन बनाए थे।

ऑस्ट्रेलियाई टीम बड़े लक्ष्य को देखने के बाद भी पीछे हटने को तैयार नही थी। डेविड वार्नर ने जब बल्लेबाजी करना शुरू किया तब लगा कि वह ड्रेसिंग रूम से ही सेट होकर आए हैं।लेकिन, 173 पर बल्लेबाजी करते हुए वह रन-आउट हो गए। इसके बाद पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 296 रन पर ऑल आउट हो गई। इस मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के कारण डेविड वॉर्नर को मैन ऑफ द मैच चुना गया।

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