क्रिकेट में ऐसे कई रिकॉर्ड्स हैं जिनके बारे में जानकर हर कोई हैरान रह जाता है। ऐसा ही एक रिकॉर्ड टेस्ट मैच की एक पारी में गेंदबाजी करने वाले सबसे अधिक गेंदबाजों का है। क्या आप अनुमान लगा सकते हैं कि एक पारी में कितने लोग इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए गेंदबाजी कर सकते थे? आपके मन में इसके अनेक उत्तर आएंगे लेकिन इसका उत्तर 11 गेंदबाज है।
वास्तव में यह बेहद हैरानी की बात है। लेकिन, एकदम सच है। टेस्ट क्रिकेट में ऐसे चार बार हुआ है जब एक टीम के सभी 11 खिलाड़ियों ने एक पारी में कम से कम एक ओवर फेंका हो। आइये देखते हैं, ऐसा कब और क्यों हुआ जब टीम के सभी 11 प्लेयर्स को गेंदबाजी करना पड़ा।
1.) इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया:
यह अद्भुत रिकॉर्ड पहली बार साल 1884 के ओवल टेस्ट में बनाया गया था। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने सिर्फ 1.77 के रन रेट से 311 ओवर तक बल्लेबाजी करके हर अंग्रेजी गेंदबाज को परेशान कर दिया था। इस लंबे और थकाऊ गेंदबाजी के बाद इंग्लैंड को अपनी टीम में उपलब्ध हर एक गेंदबाजी विकल्प को आजमाना पड़ा। और, फिर उन्होंने विकेटकीपर सहित सभी प्लेयर्स से गेंदबाजी कराई।
इस टेस्ट मैच में इंग्लैंड के तीन गेंदबाजों टेड पीट, जॉर्ज यूलियट और बिली बार्न्स ने 50 से अधिक ओवर फेंके। डिक बार्लो ने 40, एलन स्टील ने 34 और डब्ल्यूजी ग्रेस ने 24 ओवर फेंके। उनके बाकी बचे पांच गेंदबाजों ने 13 ओवर से कम गेंदबाजी की। ऑस्ट्रेलिया की इस लंबी पहली पारी के कारण यह मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ और इंग्लैंड ने 1-0 से श्रृंखला अपने नाम कर ली।
2.) पाकिस्तान बनाम ऑस्ट्रेलिया:
इंग्लैंड के ओवल में बने अद्भुत रिकॉर्ड के 96 वर्ष बाद एक बार यह रिकॉर्ड दोहराया गया। साल 1980 में, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच हुए मैच में एक बार फिर गेंदबाजों की हालत खराब हो चुकी थी। इस बार ऑस्ट्रेलिया पाकिस्तानी बल्लेबाजों को आउट करने की कोशिश में हैरान-परेशान हो चुका था।
गौरतलब है कि, ऑस्ट्रेलिया ने अपने पाकिस्तान दौरे के दूसरे टेस्ट में 211 ओवर तक बल्लेबाजी करने के बाद 617 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था। जिसके बाद से ही पाकिस्तान को जीत की उम्मीद नही थी। हालांकि टेस्ट मैच को ड्रा कराना पाकिस्तान के पास आखिरी विकल्प था।
इसलिए पाकिस्तानी बल्लेबाज तसलीम आरिफ और जावेद मियांदाद ने अपने धैर्य के साथ ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों का मुकाबला किया। और टेस्ट मैच को अंतिम तक ले जाने के प्रयास में लगे रहे। इन दोनों बल्लेबाजों को आउट करने की असफल कोशिश में ऑस्ट्रेलिया ने अपने सभी 11 खिलाड़ियों का उपयोग किया। लेकिन, जावेद और आरिफ डटे रहे। आखिर में यह मैच ड्रा पर समाप्त हुआ।
3.) वेस्टइंडीज बनाम भारत:
साल 2002 में भारतीय क्रिकेट टीम वेस्टइंडीज दौरे पर थी। जहाँ 5वें टेस्ट में पहले बल्लेबाजी करते हुए, भारत ने 513 रन पर पारी घोषित कर दी। भारत ने वीवीएस लक्ष्मण और विकेटकीपर अजय रात्रा के शतकों के साथ 196 ओवर तक बल्लेबाजी की । भारत के जवाब में वेस्टइंडीज ने 248 ओवर की बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट के नुकसान पर 629 रन बनाकर भारत के कुल स्कोर को बेहतर किया।
चूंकि, कैरीबियाई बल्लेबाज जमकर बल्लेबाजी कर रहे थे। इसलिए भारत को अपने सभी खिलाड़ियों को गेंदबाजी कराने के लिए मजबूर होना पड़ा। जिसमें विकेटकीपर रात्रा भी शामिल थे। हालांकि, कार्ल हूपर , रिडले जैकब्स और शिवनारायण चंद्रपॉल के शतकों ने इस मैच के परिणाम की हर संभावना को कम कर दिया और मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
4.) वेस्टइंडीज बनाम दक्षिण अफ्रीका:
यह अविश्वसनीय घटना एक बार फिर साल 2005 में दोहराई गई। जब दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीम वेस्टइंडीज दौरे पर गई थी। इस टेस्ट मैच में, दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 588/6 बनाकर अपनी पहली पारी घोषित कर दी।
जवाब में वेस्टइंडीज ने 235.2 ओवर में बल्लेबाजी करते हुए 747 रन बनाए। वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों के इस जवाब ने दक्षिण अफ्रीका को बेचैन कर दिया। वेस्टइंडीज के बल्लेबाज क्रिकेट का आनंद लेते हुए धीमी बल्लेबाजी कर रहे थे।
वेस्ट इंडीज की बल्लेबाजी से पार पाने के लिए दक्षिण अफ्रीका ने अपने विकेटकीपर मार्क बाउचर सहित अपने सभी 11 खिलाड़ियों को गेंदबाजी के लिए उतार दिया। दिलचस्प बात यह है कि इस मैच में मशहूर सुपरस्टार बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने भी दो विकेट चटकाए थे। हालांकि, यह मैच परिणाम की ओर जाता हुआ नही दिखा। और अंततः ड्रॉ पर समाप्त हुआ। दक्षिण अफ्रीका ने 2-0 की बढ़त के साथ श्रृंखला जीत ली थी।