रोहित शर्मा के बतौर कप्तान पहले वनडे मैच की प्लेइंग XI
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को एक अच्छा कप्तान माना जाता है और उन्होंने यह साबित भी किया है। रोहित की कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने 5 बार आईपीएल का ख़िताब जीता है। मौजूदा समय में रोहित शर्मा लिमिटेड ओवर्स में भारतीय टीम के उपकप्तान भी हैं। WTC फाइनल में भारत की हार से एक बार फिर कप्तानी को लेकर सवाल शुरू हो गए हैं और कुछ लोगों ने आगामी टी20 विश्व कप और वनडे विश्व कप को देखते हुए रोहित को वनडे का कप्तान बनाने की मांग शुरू की है। रोहित ने भारतीय टीम की पहली बार कप्तानी साल 2017 में श्रीलंका के दौरे पर की थी। उस दौरे पर विराट को आराम दिया गया था।
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रोहित शर्मा का बतौर कप्तान पहला वनडे मैच कुछ खास नहीं रहा था और भारतीय टीम को एक करारी हार का सामना करना पड़ा था। आज इस आर्टिकल में हम उस प्लेइंग XI के बारे में पढ़ेंगे जिस मैच में रोहित शर्मा ने पहली बार भारत की कप्तानी की थी।
रोहित शर्मा के बतौर कप्तान पहले वनडे मैच की प्लेइंग XI
सलामी बल्लेबाज: रोहित शर्मा (C) और शिखर धवन
2017 में भारत और श्रीलंका की बीच हुए वन डे इंटरनेशनल मैच में रोहित शर्मा कप्तानी कर रहे थे। इस मैच में भारत के लिए शिखर धवन और रोहित शर्मा ओपनिंग करने उतरे थे। लेकिन ज्यादा कुछ खास कर न सके। शिखर बिना खाता खोले ही एंजेलो मैथ्यूज का शिकार बने और पवेलियन लौट गए, वहीं कप्तान रोहित भी मात्र 2 रन का ही योगदान देकर लकमल का शिकार बने।
मध्यक्रम: श्रेयस अय्यर, दिनेश कार्तिक, मनीष पांडे
उस मैच में भारत के मिडिल आर्डर में श्रेयस अय्यर, दिनेश कार्तिक और मनीष पांडे थे। अक्सर जब सलामी बल्लेबाज जल्दी आउट हो जाते हैं तो सारा भार मिडिल आर्डर के बल्लेबाजों पर आ जाता है। इस मैच में भी बिल्क़ुल ऐसा ही हुआ था। यह श्रेयस अय्यर का पहला मुकाबला था, जिसकी वजह से उन पर दबाव ज्यादा था।
उस मैच में भारत के मिडिल आर्डर बल्लेबाज भी कुछ ज्यादा कर नहीं पाए। अय्यर ने 27 गेंदो में सिर्फ 9 रन बनाए। दिनेश कार्तिक शून्य पर और मनीष पांडे 2 रन बना कर आउट हो गए। इसकी वजह से भारत की पारी लड़खड़ा गई। भारत ने 16 रन पर ही 5 विकेट खो दिए थे।
फिनिशर: एमएस धोनी (विकेटकीपर) भी उस प्लेइंग XI का हिस्सा थे, जब रोहित पहली बार वनडे कप्तान बने थे
इस मैच में भारत के लिए महेंद्र सिंह धोनी विकेट कीपर के तौर पर खेल रहे थे। 5 विकेट गिरने के बाद सारी जिम्मेदारी धोनी पर थी कि किस तरह से वह भारत की पारी को आगे लेकर जाएंगे। धोनी नियंत्रण के साथ खेलते रहे लेकिन दूसरी तरफ से विकेट गिर रहे थे और उन्हें किसी का साथ ही नहीं मिल रहा था। धोनी ने इस मैच सर्वाधिक 65 रन बनाए थे। जिसकी वजह से भारत 100 रनों तक पहुँच पाया था। उनका विकेट थिसारा परेरा ने लिया था।
ऑलराउंडर: हार्दिक पांड्या
हार्दिक पांड्या भारत के लिए ऑलराउंडर की भूमिका निभाते हैं और अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से सबको प्रभावित करते है। इस मैच में भी वह ऑलराउंडर के रूप में खेल रहे थे। पांड्या से भी लोगों ने बहुत उम्मीद लगाई थी लेकिन वह भी लोगों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। पांड्या ने 10 बॉल में मात्र 10 रन बनाए। अपने ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए जाने जाने वाले पांड्या इस मैच में कुछ खास नहीं कर पाए। गेंदबाजी में भी वो ,महंगे साबित हुए और 5 ओवर में 39 रन देते हुए एक सफलता हासिल की।
स्पिनर: युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव
इस मैच में भारत की प्लेइंग इलेवन में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव दो स्पिनर थे। दुर्भाग्य से चहल मैच में कुछ खास नहीं कर सके। वह बल्लेबाजी करते हुए 0 पर नाबाद रहे और दूसरी पारी में उन्हें गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला।
दूसरी ओर, कुलदीप यादव 25 गेंदों में 19 रन बनाकर बल्लेबाजी करते हुए भारत के लिए दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। कुलदीप ने धोनी का साथ दिया और भारत को कम स्कोर पर आउट होने से बचाया। हालांकि चहल की तरह कुलदीप को भी दूसरी पारी में गेंदबाजी का मौका नहीं मिला।
तेज गेंदबाज: भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह भी उस प्लेइंग XI का हिस्सा थे, जब रोहित पहली बार वनडे कप्तान बने थे
भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह को मैच के लिए प्लेइंग इलेवन के लिए पेसर के रूप में चुना गया था। दोनों की लिए यह मैच कुछ खास साबित नहीं हुआ और इनका प्रदर्शन काफी साधारण रहा। भुवनेश्वर ने 8.4 ओवर में 42 रन खर्च कर एक सफलता अर्जित की। वहीं उनके साथ जसप्रीत बुमराह ने भी सात ओवर में 32 रन देते हुए एक विकेट लेने में कामयाब रहे।