टेस्ट क्रिकेट को खेल का सबसे शुद्ध और सबसे कठिन फॉर्मेट माना जाता है। इसमें बल्लेबाज तकनीक पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हुए विकेट को सुरक्षित रखने का प्रयास करते हैं। टेस्ट क्रिकेट में आज भी ऐसे कई बल्लेबाज हैं जिनकी शैली मुख्य रूप से टेस्ट क्रिकेट के ही अनुरूप बन चुकी है। हालांकि, टी-20 क्रिकेट के सामने आ जाने के बाद टेस्ट में बाउंड्री खासतौर से छक्कों की दर में बढ़ोतरी हुई है।
हालांकि, हमने ऐसे कई प्लेयर देखे हैं जो कि टेस्ट क्रिकेट में जोखिम उठाने से बचते हुए नज़र आते हैं। मसलन, कुछ प्लेयर्स तो तेज शॉट भी नही खेलते हैं। इतना ही नहीं, टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसे कई प्लेयर हुए हैं जिन्होंने काफी नाम कमाया है। लेकिन, अब तक एक भी छक्का नही लगा सके हैं।
आज के इस लेख में, टेस्ट क्रिकेट के उन बल्लेबाजों पर एक नज़र डालते हैं जिन्होंने बिना छक्का लगाए ही अपना टेस्ट करियर में कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
5.) विलियम वुडफुल:
विलियम वुडफुल ऑस्ट्रेलिया के एक ऐसे सलामी बल्लेबाज थे। जिन्हें आउट करने के लिए गेंदबाजों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता था। वह एक दृढ़निश्चय बल्लेबाज थे और उनके अडिग व्यवहार के कारण ही उन्हें ‘द रॉक’ के नाम से जाना जाता था। वह बेहद ही धैर्यवान प्लेयर थे। जिसने उन्हें क्रिकेट में सफलता प्राप्त करने में सहायता की।
विलियम वुडफुल ने ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया करते हुए कुल 35 टेस्ट मैच खेले जिसमें से उन्होंने 25 मैच में बतौर कप्तान खेलते हुए दिखाई दिए थे। साल 1926 से 1934 तक आठ साल के करियर में, उन्होंने 46 की औसत से 2300 रन बनाए थे। जिसमें, सात शतक भी शामिल हैं। लेकिन, इन सबके वाबजूद उन्होंने एक भी शतक नही लगाया था।
4.) सादिक मोहम्मद:
सादिक मोहम्मद पाकिस्तान के लिए एक कॉम्पैक्ट और मजबूत सलामी बल्लेबाज थे। वह कलाई के शानदार उपयोग के साथ ऑफ साइड पर गेंद को शानदार ढंग से खेलने की क्षमता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने अपने करियर में कई मैच बचाऊ पारियाँ खेलीं थीं।
सादिक ने टेस्ट क्रिकेट में 1969-1981 तक लगभग 12 लंबे वर्षों तक पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया। जिनमें उन्होंने 41 मैचों में 35.81 की औसत से 2579 रन बनाए। जिसमें, पांच शतक शामिल हैं। वह पारंपरिक मानसिकता वाले खिलाड़ियों में से एक थे। क्योंकि उन्होंने हमेशा ही धीमी गति से खेला और पूरे करियर में एक भी छक्का नही लगाया।
3.) ग्लेन टर्नर:
ग्लेन टर्नर न्यूजीलैंड के अब तक के सबसे शानदार बल्लेबाजों में से एक हैं। टर्नर एक प्रतिभाशाली और महत्वाकांक्षी बल्लेबाज थे जिन्होंने कीवी टीम के लिए महत्वपूर्ण सफलता अर्जित की। वह विपरीत परिस्थितियों में भी बेहतरीन कौशल के साथ बल्लेबाजी करने के लिए जाने जाते थे।
ग्लेन टर्नर ने 41 टेस्ट में न्यूजीलैंड का प्रतिनिधित्व किया। जिसमें उन्होंने 44.64 की औसत से 2991 रन बनाए। जिसमें, सात शतक भी शामिल हैं। टर्नर न्यूजीलैंड की ओर से टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक बनाने वाले खिलाड़ी थे। इतने शानदार रिकॉर्ड के बावजूद, टर्नर ने टेस्ट क्रिकेट में एक भी छक्का नहीं लगाया।
2.) विजय मांजरेकर:
विजय मांजरेकर स्वाभाविक रूप से प्रतिभाशाली और भारतीय टीम के शानदार बल्लेबाज थे। जिन्होंने, बहुत कम उम्र में ही अपने कौशल का प्रदर्शन किया। कट और हुक खेलने की उनकी क्षमता ने उन्हें एक महान बल्लेबाज बनने के कगार पर पहुंचाया। लेकिन, फिटनेस के मामले में वह बेहद कमज़ोर साबित हुए। और, चोट के कारण उन्हें अपना करियर जल्द ही समाप्त करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
विजय मांजरेकर ने भारत के लिए 55 टेस्ट मैचों में 39.12 की औसत से 3208 रन बनाए। जिसमें, सात शतक शामिल हैं। उन्होंने भारत के लिए कई महत्वपूर्ण पारियां खेलीं लेकिन अपने करियर में एक बार भी छक्का नही जड़ पाए।
1.) जोनाथन ट्रॉट:
इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट टीम के लिए मध्यक्रम में अब तक के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे हैं। ट्रॉट तकनीकी रूप से और स्वभाव से मजबूत बल्लेबाज थे। जिन्होंने, खेल के सबसे लंबे प्रारूप यानि कि टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए एक भरोसेमंद खिलाड़ी के रूप में स्थापित हुए।
जोनाथन ट्रॉट ने 52 टेस्ट मैचों में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व किया था। जिसमें उन्होंने, 44.08 की औसत से 3835 रन बनाए थे। जिसमें नौ शतक भी शामिल हैं। हालांकि, उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण क्रिकेट से जल्द ही संन्यास ले लिया। दिलचस्प यह है कि, 21 वीं सदी में खेलने के बाद भी ट्रॉट ने टेस्ट क्रिकेट में एक भी छक्का नहीं लगाया और बिना छक्का मारे ही अपनी टीम के लिए कई मैच जिताऊ पारियाँ खेलीं।