जाने अब कहां हैं एशिया कप 2018 की भारतीय टीम

यूएई में इस साल 27 अगस्त से एशिया कप का आयोजन किया जाएगा। बता दें कि यह इस प्रतियोगिता का 15वां संस्करण होगा। यह दूसरी बार होगा कि एशिया कप के टी20 प्रारूप का आयोजन यूएई में किया जाएगा। इस टूर्नामेंट का आयोजन पहले श्रीलंका में होना था लेकिन देश में आर्थिक संकट आने के कारण एशियाई देशों के बीच होने वाले इस आयोजन को यूएई में कराने की योजना बनाई गई है।
बता दें इस प्रतियोगिता में कुल छह टीम अपनी दावेदारी पेश करेगी। टीमों को दो ग्रुप में बांटा गया है। हर ग्रुप की दो टीम सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करेगी। मालूम हो कि इस प्रतियोगिता का फाइनल 1 सितंबर को दुबई में खेला जाएगा। भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में डिफेंडिंग चैंपियन के रूप में अपनी चुनौती पेश करेगी। ऐसे में इस आर्टिकल में हम साल 2018 के भारतीय टीम के हर खिलाड़ियों की मैजूदा परिस्थिति के बारे में जानेंगे।
रोहित शर्मा (कप्तान)
साल 2018 के एशिया कप में विराट कोहली की अनुपस्थिति में रोहित शर्मा भारत के स्टैंड-इन कप्तान थे। रोहित ने पांच मैच में एक शतक और दो अर्धशतकों की मदद से 317 रन बनाकर टूर्नामेंट के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे थे।
रोहित ने अब तक 16 वनडे, 34 टी20 और दो टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की है। वह इस समय में भारत के लिए तीनों प्रारूपों में कप्तानी कर रहे हैं।
शिखर धवन
साल 2018 के एशिया कप में रोहित शर्मा के साथ शिखर धवन ने भारत के लिए सलामी जोड़ी की भूमिका निभाई थी। धवन ने पांच मैचों में दो शतक और 68.40 की औसत से 342 रन बनाकर प्रतियोगिता के शीर्ष स्कोरर के रूप में स्थान हासिल किया था। फिलहाल धवन भारत की टी20 टीम से बाहर हैं। लेकिन वह भारत की वनडे टीम में लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं।
केएल राहुल
केएल राहुल ने साल 2018 एशिया कप में केवल एक ही मैच खेली थी और 66 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्के की मदद से 60 रन बनाए थे। वह इस समय टीम इंडिया के उपकप्तान हैं और टेस्ट और टी20 में रोहित शर्मा के ओपनिंग पार्टनर हैं।
राहुल फिलहाल चोट और बीमारी के कारण 2022 में ज्यादातर क्रिकेट नहीं खेल सके हैं। कुछ दिन पहले वह कोविड-19 के लिए पॉजिटिव पाए गए थे। ऐसे में आगामी एशिया कप के लिए टीम में उनकी उपलब्धता अभी अनिश्चित है।
मनीष पांडे
मनीष पांडे को एक समय 50 ओवर के क्रिकेट में भारत के नंबर चार की पोजीशन के प्रबाल दावेदार माने जा रहे थे। उन्हें साल 2018 एशिया कप केवल एक ही मैच खेलने का मैका मिला जिसमें उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ 8 रन बनाए थे।
टूर्नामेंट के बाद वह जनवरी 2020 तक टीम से बाहर थे। उन्होंने आखिरी बार जुलाई 2021 में एक वनडे में खेला। हालांकि उन्होंने 2021-22 रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक की कप्तानी की और उन्हें क्वार्टर-फाइनल तक पहुंचाया।
अंबाती रायुडू
अंबाती रायुडू साल 2018 एशिया कप में छह मैचों में 43.75 की औसत से दो अर्द्धशतकों के साथ 175 रन बनाए थे। साल 2019 में उन्हें विश्व कप टीम में नहीं शामिल किया गया था। जिसके बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। रायुडू को आखिरी बार आईपीएल 2022 में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते देखा गया था।
केदार जाधव
केदार जाधव साल 2018 के एशिया कप मे भारतीय टीम के महत्वपूर्ण सदस्य थे। उन्होंने तीन पारियों में 70 रन बनाए थे और छह विकेट भी अपने नाम किया था। वह साल 2021 में अंतिम बार सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में खेलते दिखाई दिए थे।
एमएस धोनी
पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी साल 2018 के एशिया कप में छह मैच खेले थे। उन्होंने फाइनल में 36 रनों का अहम योगदान दिया था। टूर्नामेंट के दौरान उन्होंने कुल 77 रन बनाए थे। उन्होंने साल 2019 के विश्व कप के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषना की थी। वह फिलहाल आईपीएल की प्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान है।
रवींद्र जडेजा
साल 2018 के एशिया कप में जडेजा भारतीय टीम के मुख्य खिलाड़ियों में से एक थे। चार मैचों में सात विकेट अपने नाम किया था। जडेजा फिलहाल भारतीय टीम के लिए हर प्रारूप में खेल रहे हैं और आगामी एशिया कप में एक बार फिर मुख्य खिलाड़ी होंगे।
भुवनेश्वर कुमार
भुवनेश्वर कुमार साल 2018 एशिया कप में भारत के लिए पांच मैचों में 4.19 की इकोनॉमी रेट के साथ छह विकेट हासिल किए थे। वह इस समय पावरप्ले के सर्वश्रेष्ठ सफेद गेंद के गेंदबाजों में से एक हैं।
कुलदीप यादव
बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव, राशिद खान और मुस्तफिजुर रहमान के साथ 2018 एशिया कप में संयुक्त रूप से सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे। उन्होंने छह मैचों में 23.70 की औसत और 34.8 की स्ट्राइक रेट से 10 विकेट लिए। वह एक बार फिर इस प्रतियोगिता में टीम का हिस्सा होंगे।
जसप्रीत बुमराह
जसप्रीत बुमराह ने साल 2016 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया और तब से वह सभी प्रमुख टूर्नामेंटों के लिए भारतीय टीम का एक अभिन्न हिस्सा रहे हैं। बुमराह साल 2016 में बांग्लादेश में हुए एशिया कप का भी हिस्सा थे। एशिया कप 2018 में उन्होंने चार मैचों में 16 की औसत और 3.67 की इकॉनमी रेट से आठ विकेट हासिल किए थे। वह आगामी एशिया कप में भी टीम के लिए अहम योगदान देंगे।
युजवेंद्र चहल
युजवेंद्र चहल इस समय सीमित ओवरों के क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक हैं। एशिया कप 2018 में उन्होंने पांच मैच खेले थे और 4.47 की इकोनॉमी से छह विकेट चटकाए थे। चहल की फॉर्म को देखते हुए वह 2022 एशिया कप में भारत के लिए एक विशेषज्ञ स्पिनर के रूप में खेलते दिखाई देंगे।
खलील अहमद
बाएं हाथ के पेसर खलील अहमद ने अपने करियर की शुरुआत 2016 अंडर-19 विश्व कप में की थी। सितंबर 2018 में उन्होंने एशिया कप में हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ भारत के लिए डेब्यू किया था। फिलहाल वह भारतीय टीम से बाहर हैं और अंतिम बार आईपीएल 2022 में देल्ली कैपिटल्स की टीम का हिस्सा थे।
दीपक चाहर
दीपक चाहर ने 2018 एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ सुपर 4 में अपना वनडे डेब्यू किया था। उन्होंने चार ओवर में एक विकेट अपने नाम किया था। फिलहाल वह चोट के बाद जिम्बाब्वे के खिलाफ वापसी कर रहे हैं।
सिद्धार्थ कौल
पंजाब के तेज गेंदबाज सिद्धार्थ कौल 2018 एशिया कप में केवल एक मैच में दिखाई दिए और चार ओवर में बिना विकेट लिए 58 रन खर्च किए। फिलहाल वह भारतीय टीम से बाहर हैं और पंजाब के लिए रणजी ट्राफी खेलते दिखाई दिए थे।
दिनेश कार्तिक
दिनेश कार्तिक 2018 एशिया कप में भारत के लिए मध्यक्रम के एक विश्वसनीय बल्लेबाजों में से एक थे। उन्होंने छह मैचों में 48.66 की औसत 146 रन बनाए थे। उन्होंने फाइनल में भारत की जीत में 37 रनों की अहम भूमिका भी निभाई थी। साल 2022 में कार्तिक अपने टी20 करियर में सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं। उन्होंने लगभग तीन वर्षों के बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी की हैं। वह एशिया कप के साथ-साथ टी20 विश्व कप की टीम में भी जगह बनाने के प्रबल दावेदार हैं।