वो भारतीय खिलाड़ी जिन्होंने बतौर टेल-एंडर टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाए हैं
क्रिकेट में एक-एक रन का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। कई बार ऐसा देखा गया है कि मैच में जीत या हार का अंतर एक रन का भी होता है। चूंकि, क्रिकेट में यह निश्चित नही है कि बल्लेबाजी का ऊपरी या मध्यक्रम बेहतरीन बल्लेबाजी कर पाता है या नही। इसलिए, कई बार निचले क्रम के बल्लेबाज द्वारा बनाए गए रन मैच के परिणाम में बदलाव लाने में सक्षम होते हैं।
यदि टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो इसमें निचले क्रम के बल्लेबाजों या लेट-एंडर्स द्वारा बनाए गए रन टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक महत्वपूर्ण साबित होते हैं। हाल ही में हमने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भी ऐसे कुछ मुकाबले देखे थे जब टेल-एंडर्स द्वारा बनाए रनों से न केवल टीम को बढ़त हासिल हुई बल्कि मैच भी अपने पक्ष में कर लिया था।
आज के इस लेख में, हम निचले क्रम के उन बल्लेबाजों के आंकड़ों पर नज़र डालेंगे जिन्होंने 9, 10 या 11वें नम्बर में बल्लेबाजी करते हुए सर्वाधिक रन बनाए हैं।
6.) इशांत शर्मा:
इशांत शर्मा ने अपने करियर में टेल-एंडर के रूप में 100 टेस्ट मैच खेले हैं। 9, 10 या 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए कुल 123 पारियों में ईशांत शर्मा ने 641 रन बनाए हैं, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 57 भी था। ईशांत शर्मा को लंबे कद वाला बेहतरीन तेज गेंदबाज माना जाता है।
लेकिन, फिर भी जब भी उन्हें बल्लेबाज का मौका मिला है तब उन्होंने कुछ न कुछ महत्वपूर्ण रन अपनी टीम के लिए ज़रुर बनाए हैं। इशांत शर्मा टेस्ट क्रिकेट में टेल-एंडर्स में से एक के रूप में बल्लेबाजी करने के बाद 45 बार नाबाद भी रहे हैं। जबकि 20 बार गोल्डन डक हासिल करने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है।
5.) किरण मोरे:
किरण मोरे गेंदबाज नही थे लेकिन फिर भी उन्होंने भारतीय टीम में टेल-एंडर्स की भूमिका निभाई है। मोरे वास्तव में एक विकेटकीपर बल्लेबाज थे। लेकिन, टीम में संतुलन स्थापित करने के लिए कई बार उन्हें 9वें या दसवें नम्बर पर भी बल्लेबाजी करने के लिए आना होता था।
किरण मोरे ने भारतीय लाइनअप में निचले क्रम में टेस्ट मैचों की 34 पारियों में बल्लेबाजी की है। इस दौरान उन्होंने 5 अर्धशतक की मदद से 693 रन बनाए थे। हालांकि, मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हुए किरण मोरे का औसत निचले क्रम की अपेक्षा कहीं अधिक बेहतर रहा है। लेकिन, फिर भी बतौर टेल-एंडर उन्होंने कई महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं।
4.) अनिल कुंबले:
भारतीय टीम के पूर्व कोच और पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने टेल एंडर के रूप में भारतीय टीम के लिए 72 पारियां खेली हैं।दाएं हाथ के इस बल्लेबाज को महान लेग स्पिनर के रूप में जाना जाता है। उन्होंने बतौर टेल एंडर खेलते हुए 848 रन बनाए थे, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 88 था।
कुंबले के आंकड़ों की बात करें तो अंतिम तीन स्थानों पर बल्लेबाजी करते हुए वह 9 बार शुन्य पर आउट हुए थे। जबकि, इस दौरान उनका बल्लेबाजी औसत भी महज 15.14 था।
3.) जवागल श्रीनाथ:
जवागल श्रीनाथ एक पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज हैं, जिन्होंने अपने करियर में टेल-एंडर के रूप में 60 टेस्ट मैच खेले हैं। जिनमें उन्होंने कुल 79 बार बतौर टेल एंडर बल्लेबाजी की है। जवागल श्रीनाथ को गेंदबाजी में जितनी महारत हासिल थी। वह बल्लेबाजी में भी उतने अच्छे खिलाड़ी नही थे।
हालांकि, वाबजूद इसके श्रीनाथ ने 60 टेस्ट मैचों की 79 पारियों में 15.53 की औसत से 932 रन बनाए। जिनमें उनका सर्वाधिक स्कोर 76 रन था। उल्लेखनीय है कि, श्रीनाथ इस दौरान करीब 13 बार बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए थे।
2.) हरभजन सिंह:
टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए टेल-एंडर्स के रूप में खेलते हुए केवल दो खिलड़ियों ने ही 1000 से अधिक रन बनाए हैं। हरभजन सिंह इस सूची में उन दो खिलाड़ियों में से एक हैं। हरभजन ने टेस्ट क्रिकेट में 9,10 या 11वें नम्बर पर बल्लेबाजी करते हुए कुल 1037 रन बनाए हैं।
गौरतलब है कि, प्लेइंग इलेवन में अंतिम तीन स्थानों में बल्लेबाजी करते हुए हरभजन सिंह ने 4 अर्धशतक भी बनाए हैं। जबकि 11 बार वह उन्हें बिना खाता खोले ही पवेलियन वापस लौटना पड़ा था। इस दौरान हरभजन का बल्लेबाजी औसत 15 से कम है। जबकि उनका उच्चतम स्कोर 66 रहा है।
1.) जहीर खान:
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान के नाम बतौर टेल एंडर सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने टेल-एंडर के रूप में 1,196 रन बनाए हैं। जहीर खान ने निचले क्रम में कुल 122 पारियों में बल्लेबाजी की थी। हालांकि, उनका बल्लेबाजी औसत से 11.96 था जोकि बेहद कम है। लेकिन, फिर भी यदि कोई टेल-एंडर अपने करियर में एक हजार से अधिक रन बनाता है तो यह बेहद महत्वपूर्ण है।
जहीर खान ने बतौर टेल-एंडर बल्लेबाजी करते हुए तीन अर्द्धशतक भी लगाए थे। हालांकि, इस दौरान वह 27 बार गोल्डन डक में शिकार हुए थे। लेकिन फिर भी वह इस सूची में नम्बर एक पर बने हुए हैं।