5 मौके जब वीरेंद्र सहवाग ने अपने मज़ाकिया जवाब से सबको हंसने पर मजबूर कर दिया
वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) अपने समय के सबसे अलग बल्लेबाज माने जाते थे। उन्होंने हमेशा अपने ही तरीके से बल्लेबाजी की और अपना दिन होने अच्छे से अच्छे गेंदबाज की बखिया उधेड़ दी। अपनी बल्लेबाजी की तरह ही वीरेंद्र सहवाग प्रेस कांफ्रेंस में भी अपने अनोखे और मज़ाकिया जवाब से सबका दिल जीत लेते थे।
आज हम सहवाग के 5 सबसे मज़ाकिया जवाबों पर एक नजर डालेंगे।
1. अपने और सचिन तेंदुलकर के बीच अंतर पर वीरेंद्र सहवाग का मज़ाकिया जवाब
सहवाग की बल्लेबाजी शैली बहुत हद तक सचिन से मिलती जुलती थी। सचिन (Sachin Tendulkar) के लगभग हर शॉट सहवाग भी लगाते थे। यहां तक कि जब सहवाग पहली बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आये तो कई लोगों ने उन्हें सचिन का “क्लोन” तक कहा।
एक बार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, जब एक रिपोर्टर ने वीरू से पूछा कि वह सचिन से अलग किस तरह से हैं? तो वीरेंद्र सहवाग ने हमेशा की तरह मज़ाकिया जवाब देते हुए कहा कि उनके और सचिन के बीच सबसे बड़ा अंतर बैंक बैलेंस का था। सहवाग के इस मज़ाकिया जवाब ने सबको हंसने पर मजबूर कर दिया।
2. ज्योफ्री बॉयकॉट के तंज कसने पर सहवाग का जवाब
एक बार इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ज्योफ्री बॉयकॉट सहवाग की बल्लेबाजी का विश्लेषण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हालांकि सहवाग प्रतिभा से भरे हुए हैं लेकिन उनके साथ समस्या यह है कि बल्लेबाजी के समय सहवाग का दिमाग गायब हो जाता है।
जब एक रिपोर्टर ने सहवाग को बॉयकॉट की टिप्पणी के बारे में बताया, तो वीरू ने कहा कि बॉयकॉट जो कहना चाहते हैं वह कह सकते हैं। उन्होंने एक बार पूरे दिन बल्लेबाजी की और सिर्फ एक चौका लगाया था। इस बात पर सब हंसने लगे।
बॉयकॉट का सहवाग से बिल्कुल अलग अंदाज था। वह बहुत धैर्य के साथ बल्लेबाजी करते थे, जबकि सहवाग पहली गेंद से ही गेंदबाजों की धुनाई करते थे।
3. विश्वस्तरीय गेंदबाजों की पिटाई पर वीरेंद्र सहवाग का मज़ाकिया जवाब
सहवाग ने कभी भी किसी खास गेंदबाज को कोई खास इज्जत नहीं दी। वह अनुभवी गेंदबाजों के साथ उसी तरह व्यवहार करते थे जैसे वह किसी नए खिलाड़ी के साथ करते थे। वह हर गेंदबाज को निशाना बनाते थे।
एक बार जब उनसे पूछा गया कि कैसे वे विश्वस्तरीय गेंदबाजों की आसानी से पिटाई करते है , तो पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज ने कहा कि मैं गेंदबाज को नहीं पीटता हूं, मैं तो बस गेंद को हिट करता हूं।
4. सहवाग का अब्दुल रज्जाक के रिवर्स स्विंग से बचने का अनोखा तरीका
एक बार सहवाग काउंटी क्रिकेट खेल रहे थे और लीसेस्टरशायर टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। पूर्व पाकिस्तानी ऑल-राउंडर अब्दुल रज्जाक (Abdul Razzaq) विरोधी टीम के लिए खेल रहे थे और गेंद को काफी रिवर्स स्विंग करा रहे थे।
सहवाग और उनके साथी बल्लेबाज जेरेमी स्नेप के लिए रज्जाक को खेलना मुश्किल हो रहा था। इसलिए, सहवाग ने इससे निपटने का एक अलग तरीका खोजा। अगली गेंद को सहवाग ने स्टेडियम के बाहर पहुंचा दिया। अंपायरों ने उस बड़े छक्के के बाद एक नई गेंद मंगाई और सहवाग ने स्नेप के पास जाकर कहा कि हम अब एक घंटे के लिए आराम से खेल सकते हैं।
5. जब सहवाग एमसीजी पर दोहरा शतक बनाने से चूक गए
वर्ष 2003 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच MCG बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के दौरान खेल के पहले दिन सहवाग 195 के व्यक्तिगत स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे और आसानी से अपने दोहरे शतक को पूरा कर सकते थे।
लेकिन, सहवाग ने अपने अंदाज में दोहरा शतक पूरा करने का फैसला किया। उन्होंने साइमन कैटिच की गेंद पर मिड विकेट पर छक्का मारने की कोशिश की और डीप में कैच आउट हो गए।
जब एक रिपोर्टर ने सहवाग से कहा कि अगर वह हवाई शॉट नही खेलते तो अपना शतक पूरा कर सकते थे, तो सहवाग ने कहा कि मैं सिर्फ तीन गज की दूरी से छक्का लगाने से चूक गया।