हार्दिक पांड्या से पहले इन 5 ऑलराउंडरो ने की भारतीय टीम की कप्तानी
भारतीय टीम हार्दिक पांड्या की अगुवाई में आयरलैंड का दौरा कर रही है जहां दोनों टीमों के बीच आज दो मैचों की टी20 सीरीज का पहला मैच डबलिन में खेला जाएगा। आमतौर हम किसी ऑलराउंडर को टीम की अगुवाई करते कम ही देखते हैं।
दुनिया भर में बहुत ही कम ऑलराउंडर रहे हैं जिन्होंने अपनी टीम की कप्तानी की है। हाल में इंग्लैंड ने टेस्ट प्रारूप में बेन स्टोक्स को टीम की कमान दी है। ऐसे में इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि हार्दिक पांड्या के अलावा किन भारतीय ऑलराउंडरों ने टीम की कप्तानी की है।
कपिल देव (1982-1987)
टेस्ट में कप्तानी: मैच 34 || जीत: 4
वनडे में कप्तानी: मैच: 74 || जीत: 39
हरियाणा हरिकेन के नाम से मशहूर कपिल देव भारत के सबसे बेहतरीन कप्तानों में शुमार हैं। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम को पहला विश्व कप का खिताब हासिल किया था। इसके अलावा कपिल 200 वनडे विकेट लेने वाले पहले खिलाड़ी थे।
अगर उनकी कप्तनी पर नजर डालें तो 74 वनडे मैचों में उन्होंने भारतीय टीम की कप्तनी की है जिसमें 39 में टीम को जीत मिली थी तो वहीं 33 में हार का सामना करना पड़ा था। जबकि टेस्ट मैचों की बात करे तो 34 मैचों में उन्होंने कप्तनी की थी जिसमें चार में टीम को जीत मिली थी जबकि सात मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा था।
मोहिंदर अमरनाथ (1984)
वनडे में कप्तानी : मैच 1 || जीत: 0
मोहिंदर अमरनाथ ने चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। वह एक टॉप ऑर्डर बल्लेबाज के रूप में काफी चर्चित चेहरा थे। इसके अलावा वह अपनी गेंदबाजी से भी काफी सुर्खियां बटोरी थी। वह 1983 विश्व कप के सेमीफाइनल और फाइनल में मैन ऑफ दी मैच का पुरष्कार हासिल किया था।
मोहिंदर अमरनाथ को भारतीय क्रिकेट में पूर्ण रूप से कप्तानी करने का मौका कभी नहीं मिला। वह बतौर उपकप्तान कपिल देव की टीम का हिस्सा थे। कपिल देव की गैरमौजूदगी में उन्हें एक मैच में कप्तनी करने का मौका मिला था जिसमें मैच का कोई नतीजा नहीं निकला था।
सीके नायडू (1932-1934)
टेस्ट में कप्तानी: मैच: 4 || जीत: 3
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सीके नायडू ने अपना बहुत बड़ा योगदान दिया है। वह भारतीय टेस्ट टीम के पहले कप्तान थे। सीके नायडू का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर सिर्फ सात टेस्ट मैचों का था। केनिंग्टन ओवल में अपने आखिरी टेस्ट मैच में उन्होंने अपना शीर्ष स्कोर 81 बनाया था। वह उस समय 40 वर्ष के थे।
सीके नायडू ने पहले चार मैचों में भारत का नेतृत्व किया जिसमें तीन में टीम को हार का सामना करना पड़ा। 1934 में ईडन गार्डन में उनके कप्तानी में एक मैच ड्रॉ रहा। सीके नायडू ने 1933/34 में इंग्लैंड के भारत दौरे के दौरान तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत की कप्तानी की।
लाला अमरनाथ (1947-1952)
टेस्ट में कप्तानी: मैच: 15 || जीत: 2
आजादी के बाद भारतीय टीम की कमान लाला अमरनाथ ने संभाली थी। उन्होंने 15 मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की थी जिसमें सिर्फ दो मैचों में टीम को जीत मिली थी।
उन्होंने भारत के लिए 24 टेस्ट मैचों में अपना योगदान दिया था। जिसमें उन्होंने 878 रन बनाए थे इसके अलावा 45 विकेट भी अपने नाम किया था।
रवि शास्त्री (1987-1991)
टेस्ट में कप्तानी: मैच 1 || जीत: 1
वनडे में कप्तानी: मैच: 11 || जीत: 4
रवि शास्त्री भी उन ऑलराउंडरों में से एक हैं जिन्होंने हार्दिक पांड्या से पहले भारतीय टीम की कप्तानी की है। भारत के पूर्व मुख्य कोच को टीम के कप्तान के रूप में कपिल देव की जगह लेने के दावेदारों में से एक के रूप में देखा गया था।
हालांकि, ऐसा नहीं हुआ क्योंकि दिलीप वेंगसरकर को बाद में कप्तानी सौंप दी गई। फिर भी, मुंबई के ऑलराउंडर ने देश के लिए कुल बारह मैचों में कप्तानी की।