क्रिकेट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के इस दौर में लगभग सभी टीमें फूल बेंच स्ट्रेंथ के साथ खेलती हुई नजर आ रहीं हैं। चूंकि, बेहतरीन खिलाड़ियों की एक पूरी सूची उपलब्ध है ऐसे में टीमें विशेषज्ञता के आधार पर खिलाड़ियों को अलग-अलग फॉर्मेट में खेलने के लिए कहती हैं। इसे ऐसा भी समझा जा सकता है कि सभी टीमें अलग-अलग प्रारूप के आधार पर अलग खिलाड़ियों का चयन करतीं हैं।
हालांकि, टी-20 क्रिकेट आ जाने के बाद अब ऑल फॉर्मेट क्रिकेटर जैसे शब्दों का उपयोग भी चलन में आ गया है। क्योंकि, कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जो क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में खेलते हैं और लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं।
आम तौर पर यह माना जाता है कि टेस्ट क्रिकेट में अधिक विशेषज्ञता वाले खिलाड़ियों को ही शामिल किया जाएगा। इसलिए, इस लेख में हम उन खिलाड़ियों पर एक नजर डालेंगें जो वनडे, टी-20 के साथ-साथ टेस्ट क्रिकेट में भी सफल रहे हैं।
1) विराट कोहली:
विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में सफल होने वाले उन खिलाड़ियों में से हैं जो क्रिकेट के अन्य फॉर्मेट मे भी सफलता प्राप्त कर चुके हैं। एक दिलचस्प तथ्य यह है कि, विराट के वनडे डेब्यू के तीन साल बाद ही उन्हें टीम इंडिया के लिए टेस्ट कैप मिली थी।
शुरुआती कुछ सालों तक, विराट को टेस्ट फॉर्मेट में उच्च दर्जा नहीं दिया गया था। वह वेस्ट इंडीज और इंग्लैंड के दौरे पर असफल रहे, जिससे उनके मामले में मदद नहीं मिली। इस बीच, वह सीमित ओवरों के प्रारूप में शानदार प्रदर्शन कर रहे थे। हालाँकि, इसके बाद जब उन्होंने टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की कर ली तब से वह अब तक बेहतरीन फॉर्म में हैं। यही नही, वह टेस्ट टीम के कप्तान भी हैं।
टेस्ट क्रिकेट में विराट के आंकड़े देखें तो उन्होंने अब तक 96 टेस्ट मैचों की 162 पारियों में 51 से अधिक के शानदार औसत से 7765 रन बनाए हैं।
2) डेविड वार्नर:
हालांकि, यह हैरान करने वाला है लेकिन सत्य है कि, डेविड वार्नर ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने से पहले ही ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना टी-20I डेब्यू किया था। टी-20 में अच्छे प्रदर्शन के बाद उन्हें वनडे क्रिकेट में भी मौका दिया गया। जहाँ उन्होंने सफलता के परचम लहरा दिए। लेकिन, उन्हें टेस्ट के अनुकूल नही समझा जाता था।
हालाँकि, साल 2011 में, उन्होंने टेस्ट में डेब्यू किया और शुरुआती मैचों में ही अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। वॉर्नर के नाम टेस्ट क्रिकेट में एक तिहरे शतक के अलावा टेस्ट मैच में ही 69 गेंदों में शतक बनाने का गौरव भी है।
टेस्ट क्रिकेट में वॉर्नर के आंकड़े देखें तो उन्होंने अब तक 86 टेस्ट मैचों की 159 पारियों में 48.10 के औसत से 7311 रन बनाए हैं।
3) जसप्रीत बुमराह:
जसप्रीत बुमराह के टी-20 और वनडे में पदार्पण के बाद यह कहा जाने लगा था कि वह टेस्ट क्रिकेट के लिए अच्छे गेंदबाज नही हो सकते हैं। बुमराह का कठिन गेंदबाजी एक्शन, यॉर्कर डालने के प्रयास समेत कई अन्य उदाहरण देकर उन्हें टेस्ट क्रिकेट के अनुकूल नही कहा गया था। यहाँ तक कि टीम मैनेजमेंट भी शायद इसी तरह की रखता था।
हालांकि, बुमराह ने चयनकर्ताओं को अपने कौशल से इतना प्रभावित किया कि उन्हें 2018 में भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टीम में शामिल किया गया। कुछ ही समय में, बुमराह टेस्ट गेंदबाजी आक्रमण में भी एक केंद्रीय हिस्सा बन गए। आज वह वनडे, टी-20 और टेस्ट क्रिकेट टीम के नियमित सदस्य हैं।
टेस्ट क्रिकेट में बुमराह के आंकड़े देखें तो उन्होंने अब तक 24 टेस्ट मैचों में 22.79 के औसत से 101 विकेट हासिल किए हैं।
4) रोहित शर्मा:
साल 2010 में, जब वीवीएस लक्ष्मण भारतीय टीम से बाहर बाहर हो गए थे। तब, रोहित शर्मा को टेस्ट टीम में डेब्यू करना था। हालांकि, मैच से पहले हुए ट्रेनिंग सेशन में वह घायल हो गए और टीम से बाहर कर दिए गए। इसके बाद, टेस्ट में डेब्यू करने के लिए उन्हें लगभग तीन साल का इंतजार करना पड़ा। इससे पहले वह टीम इंडिया के लिए करीब 100 वनडे मैच खेल चुके थे।
हालाँकि उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार शुरुआत की, जो सचिन तेंदुलकर की विदाई श्रृंखला भी थी। रोहित को फॉर्म को बनाए रखना मुश्किल था। हालाँकि, वह धीरे-धीरे सीमित ओवरों में रन बना रहे थे और सफेद गेंद के प्रारूप में एक अजेय व्यक्ति बन चुके थे। 2019 में, रोहित टेस्ट में सलामी बल्लेबाज बने, और वह तब से फॉर्म में हैं। उस श्रृंखला में तीन शतक लगाने के अलावा, वह हाल के महीनों में भारत के लिए बेहतरीन टेस्ट क्रिकेटरों में से एक रहे हैं।
टेस्ट क्रिकेट में रोहित के आंकड़े देखें तो उन्होंने अब तक 43, टेस्ट मैचों की 74 पारियों में 46.88 के औसत से 3047 रन बनाए हैं।
5) मोहम्मद रिजवान:
एक ऐसा नाम जो हाल के महीनों में अक्सर चर्चा में रहा है।मोहम्मद रिजवान वर्तमान में पाकिस्तान क्रिकेट टीम में सभी फॉर्मेट में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते है। पाकिस्तान टेस्ट टीम के उप कप्तान, रिजवान अपने करियर की शुरुआत में टेस्ट क्रिकेट में नही थे और उन्हें सिर्फ सीमित ओवरों के खेल में ही शामिल किया गया था।
टी-20 और वनडे क्रिकेट में डेब्यू के लगभग एक साल बाद रिजवान को टेस्ट क्रिकेट में मौका मिला। लेकिन, वह अपने डेब्यू मैच की पहली पारी में ही शून्य पर आउट हो गए। इस गोल्डन डक के बाद उन्हें टेस्ट टीम में स्थान नही दिया गया। हालांकि, हाल ही में उन्होंने टीम में वापसी की है और तीनों प्रारूपों में प्रभावित किया है, खासकर टेस्ट क्रिकेट में। वह हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ पाकिस्तान के प्लेयर ऑफ द सीरीज भी थे।
टेस्ट क्रिकेट में मोहम्मद रिजवान के आंकड़े देखें तो उन्होंने अब तक 17 टेस्ट मैचों की 26 पारियों में 41.55 के औसत से 914 रन बनाए हैं। जिनमें 6 अर्ध शतक और एक शतक शामिल है।