4 युवा भारतीय जो भविष्य में भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम का हो सकते हैं हिस्सा

टेस्ट क्रिकेट एक ऐसा प्रारूप है जो हर खिलाड़ी की कठिन परीक्षा लेती है। अगर किसी खिलाड़ी को लंबे समय तक इस प्रारुप मे प्रदर्शन करना है तो इन चीजों का उन्हें ध्यान रखना होगा जैसे कि धैर्य, निरंतरता, खेल की समझ और गुस्से पर नियंत्रण। भारत पिछले दो दशकों से टेस्ट के प्रारूप में इतना सफल रहा है कि देश के पास राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और विराट कोहली जैसे बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाज हैं।
लेकिन भारत की नई प्रतिभा भारतीय क्रिकेट टीम के भविष्य को और मजबूत बना रही है। उनमें से नीचे कुछ लोकप्रिय नाम हैं जो भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में बहुत बड़ा योगदान दे सकते हैं।
ऋतुराज गायकवाड़
जहां तक उनकी बल्लेबाजी तकनीक की बात है तो रुतुराज गायकवाड़ इतने कॉम्पैक्ट बल्लेबाज हैं जो टेस्ट क्रिकेट के प्रारूप के लिए एकदम सही है। रणजी ट्रॉफी और मुश्ताक अली टूर्नामेंट जैसे घरेलू टूर्नामेंटों में मुंबई की ओर से खेलते हुए उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की है। प्रथम श्रेणी के क्रिकेट में उन्होंने 21 मैचों में 39.27 की शानदार औसत के साथ 1385 रन बनाए हैं। भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और टीम प्रबंधन उन्हें टेस्ट टीम के लिए एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में देख रहे होंगे।
प्रसिद्ध कृष्णा
प्रसिद्ध कृष्णा को हाल ही में भारत बनाम इंग्लैंड के एक शेष टेस्ट मैच के लिए चुना गया है जो जुलाई के महीने में खेला जाएगा। वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में उनकी प्रभावशाली और बेहतरीन गेंदबाजी ने उन्हें टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम की योजना में खड़ा किया है। प्रथम श्रेणी मुकाबलों में उन्होंने 11 मैचों में केवल 2.78 की उम्दा इकॉनोमी के साथ 49 विकेट लिए हैं।
उमरान मलिक
उमरान मलिक इस सूची में तीसरे खिलाड़ी हैं जो जल्द ही भारतीय टीम की सफेद जर्सी में दिखाई दे सकते हैं। तेज गेंदबाज के पास प्रोटियाज दिग्गज डेल स्टेन की कोचिंग में अच्छा अनुभव है। टेस्ट क्रिकेट में वह लगातार 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं। पिछले साल आईपीएल में पिछले प्रदर्शन की तुलना में हमने इस आईपीएल में उनकी गेंदबाजी में काफी सुधार देखा है।
सरफराज खान
सरफराज खान वह बल्लेबाज हैं जो प्रथम श्रेणी क्रिकेट के क्षेत्र में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले रणजी सत्र में उन्होंने तीन अर्धशतकों के साथ तीन शानदार शतकों के साथ टूर्नामेंट में 900 से अधिक रन बनाए थे। अगर उन्हें अपने घरेलू प्रदर्शन के आधार पर मौका मिलता है तो वह भारतीय टेस्ट टीम की बल्लेबाजी क्रम में एक विश्वसनीय और बेहतर खिलाड़ी बन सकता है।