4 अंतराष्ट्रीय बल्लेबाज जो सबसे अधिक बार हो चुके हैं नर्वस नाइंटीज का शिकार
क्रिकेट खेलने वाला हर खिलाड़ी चाहता है कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक से अधिक शतक लगा सके और अपने करियर के दौरान लंबी पारी खेल सके। क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में शतक लगाना एक कला है। किसी भी प्लेयर को शतक के करीब पहुंचने के लिए कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। कई बार बल्लेबाज 90 और 99 के स्कोर के बीच में भी आउट हो जाता जो किसी भी प्लेयर के लिए काफी निराशाजनक होता है। इसे क्रिकेट की भाषा में नर्वस नाइंटीज भी कहा जाता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसे कई बल्लेबाज हैं जिन्हें नर्वस नाइंटीज का शिकार होना पड़ा है। ऐसे में इस आर्टिकल में हम उन चार बल्लेबाजों के बारे में जानेंगे जो वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हो चुके हैं।
सचिन तेंदुलकर
दुनिया के महान बल्लेबाज मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपने वनडे करियर में कुल 49 शतक लगाए हैं जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने आप में एक रिकॉर्ड है। लेकिन सचिन के शतकों की संख्या और अधिक हो सकती थी। दांए हाथ के इस महान बल्लेबाज को इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे अधिक बार नर्वस नाइंटीज का शिकार होना पड़ा था। बता दें वह अपने करियर में 18 बार शतक के करीब आकर इसे पूरा करने में असफल रहे थे।
ग्रांट फ्लावर
जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान ग्रांट फ्लावर अपने समय में एक शानदार बल्लेबाज के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए खेल के हर क्षेत्र में अपना योगदान दिया था। प्लावर ने अपने वनडे करियर में 221 मैच खेलकर 33.52 की औसत से 6571 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 6 शतक और 40 अर्धशतक भी ठोके हैं। बता दें उन्हें अपने करियर के दौरान 9 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार होना पड़ा था।
नाथन एस्टल
न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर नाथन एस्टल साल 1995 से लेकर 2007 तक किवी टीम का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड के लिए 217 पारी में 34.92 की औसत से 7090 रन बनाए हैं। अपने अतंराष्ट्रीय करियर में उन्होंने 16 शतक और 41 अर्धशतक जमाए हैं। मालूम हो कि इस दौरान उन्हें भी 9 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार होना पड़ा था। एस्टल के नाम एक समय में टेस्ट में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड भी था।
अरविंद डी सिल्वा
पूर्व श्रीलंकाई दिग्गज अरविंद डी सिल्वा इस सूची में चौथे स्थान पर आते हैं। उन्होंने साल 1994 से 2003 के बीच 308 वनडे मैचों में श्रीलंका के लिए 34.90 की औसत से 9284 रन बनाए हैं। याद दिला दें कि वह श्रीलंका के 1996 विश्व कप विजेता टीम का भी हिस्सा थे।
डी सिल्वा ने अपने वनडे करियर के दौरान 11 शतक और 64 अर्धशतक भी लगाए थे। दांए हाथ के इस बल्लेबाज के पास अपने दम पर मैच जीताने की क्षमता थी। वह बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी में भी टीम के लिए अपना योगदान देते थे। बता दें उन्हें भी अपने करियर के दौरान नर्वस नाइंटीज का शिकार होना पड़ा था। अपने वनडे करियर के दौरान डी सिल्वा को 9 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार होना पड़ा था।