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4 खिलाड़ी जो रोहित शर्मा के साथ 2007 टी20 वर्ल्ड कप टीम में थे अब कमेंटेटर बन गए हैं

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आपने देखा होगा की कुछ क्रिकेटर संन्यास लेने के बाद कमेंट्री करते हुए दिखाई देते है। कुछ का जितना सफल करियर इंटरनेशनल क्रिकेट में होता है उतना कमेंट्री में नहीं होता हैं। वहीं कुछ ऐसे भी क्रिकेटर देखने को मिले है जिनका इंटरनेशनल करियर और कमेंट्री में करियर दोनों में सफल हो जाता हैं।कुछ ऐसे भी क्रिकेटर देखने को मिले है जिनका क्रिकेट करियर ज्यादा अच्छा नहीं रहा लेकिन कमेंट्री में वो बहुत ज्यादा मशहूर हुए है। ऐसे कई भारतीय क्रिकेटर्स ने भी किया है। तो आज हम आपको उन 4 भारतीय क्रिकेटरों के बारे में बताएंगे जो 2007 के टी20 वर्ल्ड कप में वर्तमान भारतीय कप्तान के साथ खेले थे लेकिन अब कमेंट्री करते हुए दिखाई देते हैं।

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1. वीरेंद्र सहवाग

इस लिस्ट में पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) इस लिस्ट में अपनी जगह बनाने में कामयाब हो गए है। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 2007 के टी20 वर्ल्ड कप में 6 मैच खेले और 138.54 के स्ट्राइक रेट की मदद से 133 रन अपने खाते में जोड़ने में कामयाब रहे है। इस दौरान उनके बल्ले से एक अर्धशतक देखने को मिला है।

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वहीं उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से 2015 में संन्यास ले लिया था और उसके बाद से वो कमेंटेटर के रूप में नजर आ रहे है। सहवाग के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 19 मैच खेले है और 145.38 के स्ट्राइक रेट की मदद से 394 रन अपने खाते में जोड़े है। टी20 इंटरनेशनल में उनके नाम 2 अर्धशतक दर्ज है।

2. पीयूष चावला

इस लिस्ट में पूर्व स्पिन गेंदबाज पीयूष चावला (Piyush Chawla) भी अपना नाम दर्ज करवाने में सफल हो गए है। चावला 2007 के टी20 वर्ल्ड कप के लिए चुनी गयी भारतीय टीम का हिस्सा थे लेकिन उन्हें डेब्यू करने का मौका नहीं मिल पाया था। चावला ने टी20 इंटरनेशनल में अपना डेब्यू साउथ अफ्रीका के खिलाफ किया था और एक विकेट लिया था। भारत ने यह मैच 14 रन से अपने नाम कर लिया था।

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चावला आईपीएल 2022 में नहीं बिके थे। वो इसके बाद इस सीजन में और भारत के विदेशी दौरों पर कमेंट्री करते हुए दिखाई दिए थे। चावला ने भारत के लिए केवल 7 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले है और 6.57 के इकॉनमी रेट की मदद से 4 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई है।

3. रुद्र प्रताप सिंह

इस लिस्ट में पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज रुद्र प्रताप सिंह (Rudra Pratap Singh) ने भी अपनी जगह बनाने में सफल हो गए है। 2007 में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज भारत की तरफ से सबसे ज्यादा और ओवरऑल विकेट लेने के मामलें में तीसरे स्थान पर काबिज थे। आरपी सिंह ने इस टूर्नामेंट में 7 मैच खेले और 6.33 के इकॉनमी रेट की मदद से 12 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया था।

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उन्होंने 2018 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था और उसके बाद से कमेंटेटर के रूप में नजर आ रहे है। आर पी सिंह के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 10 मैच खेले है और 6.81 के इकॉनमी रेट की मदद से 15 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने में सफलता पायी है।

4. इरफान पठान

बाएं हाथ के गेंदबाजी ऑलराउंडर इरफान पठान (Irfan Pathan) ने 2007 के टी20 वर्ल्ड कप में 7 मैच खेले और 6.77 के इकॉनमी रेट की मदद से 10 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है। उन्होंने 2020 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया था।

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इरफान के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 24 मैच खेले है और 8.03 के इकॉनमी रेट की मदद से 28 विकेट अपने नाम किये है। वहीं बल्लेबाजी करते हुए 24.57 के औसत की मदद से 172 रन बनाये है।

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