
भारतीय क्रिकेटर क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में अपने शानदार प्रदर्शन से काफी लोकप्रिय हुए हैं। द्विपक्षीय क्रिकेट में भारत का काफी दबदबा रहा है। उन्होंने दिखाया है कि जब घर और बाहर दोनों स्थितियों में द्विपक्षीय क्रिकेट खेलने की बात आती है तो वे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम क्यों हैं।
हाल ही के सालों में द्विपक्षीय सीरीज की संख्या में काफी वृद्धि हुई है, जिससे कई भारतीय क्रिकेटरों को अपनी शुरुआत करने और अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है। हालाँकि, कुछ भारतीय सितारे अपनी पहली सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद फीके पड़ गए। 4 भारतीय क्रिकेटर जिनकी पहली सीरीज़ में शानदार प्रदर्शन हुआ था, लेकिन जल्दी ही गायब हो गए।
1. बरिंदर सरन
बरिंदर सरन (Barinder Sran) ने 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ अपना टी20 इंटरनेशनल डेब्यू किया। उन्होंने डेब्यू पर चार विकेट लिए और दूसरे गेम में दो और विकेट लिए। फिर भी, बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को जिम्बाब्वे दौरे के बाद कभी भी टी20 इंटरनेशनल में भारत का रिप्रेजेंट करने का मौका नहीं मिला।
इसके अलावा उन्होंने 6 वनडे मैच खेले है और 5.34 के इकॉनमी रेट की मदद से 7 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने में सफलता हासिल की है। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 56 रन देकर 3 विकेट हासिल करना है।
2. फैज फजल
एक और खिलाड़ी जिसने 2016 में जिम्बाब्वे में अपने इंटरनेशनल करियर की अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन उसके बाद वो गायब हो गए वो बाएं हाथ के बल्लेबाज फैज फजल (Faiz Fazal) है। इस खब्बू बल्लेबाज ने वनडे डेब्यू पर अर्धशतक बनाया। हालाँकि, किसी कारण से, उन्हें देश के लिए खेलने का एक और मौका नहीं मिला।
इसके अलावा उन्होंने 12 आईपीएल मैच खेले है और 105.78 के स्ट्राइक रेट की मदद से 183 रन अपने नाम करने में कामयाब रहे है। आईपीएल में उनका हाईएस्ट स्कोर 45 है।
3. मंदीप सिंह
मनदीप सिंह (Mandeep Singh) की 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल डेब्यू सीरीज यादगार रही। उन्होंने 3 मैचों में 43.5 की शानदार औसत से 87 रन अपने खाते में जोड़े। उन्होंने 11 चौके और एक छक्का लगाया। टी20 इंटरनेशनल में उन्होंने एक शतक भी जड़ा है। हालांकि, सिंह को मेन इन ब्लू के लिए खेलने का एक और मौका नहीं दिया गया।
दाएं हाथ के बल्लेबाज मंदीप के आईपीएल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 123.32 के स्ट्राइक रेट की मदद से 1692 रन अपने नाम करने में कामयाब रहे है। आईपीएल में उनके नाम 6 अर्धशतक दर्ज है।
4. पृथ्वी शॉ
इस लिस्ट में दाएं हाथ के बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) अपनी जगह बनाने में सफल हो गए है। शॉ ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में जिस तरह वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के गेंदबाजी आक्रमण को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया था, उसे कोई भी भारतीय फैंस नहीं भूल सकता। कई फैंस को लगने लग गया था कि भारतीय टीम को अपना अगला वीरेंद्र सहवाग मिल गया है।
हालांकि, अपने डेब्यू के चार साल बाद, वह भारतीय टेस्ट टीम के पास कहीं नहीं है। उन्हें 2020-21 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद टीम से बाहर कर दिया गया था और उसके बाद टेस्ट में खेलना बाकी है। हाल हिमे घेरलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद टीम में जगह नहीं दी गयी है। शॉ के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 5 मैच में भारत को रिप्रेजेंट करते हुए 42.38 के औसत की मदद से 339 रन बनाये है। टेस्ट में उन्होंने एक शतक और 2 अर्धशतक लगाए है।