वो 3 खिलाड़ी जो सचिन तेंदुलकर के सबसे ज्यादा शतकों का तोड़ सकते हैं रिकॉर्ड

किसी एक क्रिकेटर द्वारा उसके पूरे करियर में सबसे ज़्यादा शतक बनाने का रिकॉर्ड मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के नाम पर है। अपने 24 साल लंबे करियर में सचिन तेंदुलकर के नाम पर 49 टेस्ट शतक हैं। फिलहाल टेस्ट के शतकों के मामले में उनके बाद दूसरे नंबर पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज और कप्तान रिकी पोंटिंग का नंबर आता है। रिकी पोंटिंग के नाम 42 शतक हैं लेकिन वे अब संन्यास ले चुके हैं तो वे अब इस दौड़ से बाहर हैं।
सचिन तेंदुलकर ने इस विशाल रिकॉर्ड के लिए 200 टेस्ट मैचेस खेले थे। तमाम चोटों से जूझते भी इतने लंबे अरसे तक क्रिकेट खेलना उनकी फिटनेस का सबूत है। फिलहाल क्रिकेट खेलते चेहरों में कम से कम 3 ऐसे खिलाड़ी हैं अपनी फिटनेस के आधार पर उतना लंबा खेल सकते हैं। ये खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड के आधे रास्ते तक को पहुंच ही गए हैं। इस लिस्ट में हम उन्हीं 3 खिलाड़ियों का जिक्र करेंगे जो सचिन तेंदुलकर के सबसे अधिक शतकों का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं –
1.) स्टीव स्मिथ:
स्टीव स्मिथ फिलहाल 28 शतकों के साथ खेल रहे हैं। स्टीव स्मिथ अब तक 87 मैचों में 60.10 की औसत से 8160 रन बना चुके हैं। सचिन के सर्वाधिक टेस्ट शतकों का रिकॉर्ड तोड़ने वालों की रेस में स्टीव स्मिथ भी बाकी बल्लेबाजों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चल रहे हैं।
हाल ही में श्रीलंका के साथ हुई सीरीज में उन्होंने शतक जड़ते हुए अपने डेढ़ साल का सूखा ख़त्म किया। माना जा रहा है कि, अब जब उनकी फॉर्म वापस आ गई है तो वे एक बार फिर से अपने टैलेंट के साथ न्याय करेंगे और आने वाले समय में कई अच्छी पारियां हमें उनके बल्ले से देखने को मिलेंगी।
2.) जो रूट:
जो रूट इस समय अपने करियर की बेस्ट फॉर्म में चल रहे हैं। पिछले 2 वर्षों में उन्होंने 12 शतक मारे हैं। किसी भी बल्लेबाज को इस समय जो रूट की फॉर्म देख कर ईर्ष्या हो सकती है। इस समय जो रूट 28 शतकों के साथ शतक तालिका में स्टीव स्मिथ के साथ खड़े हैं।
जो रूट अभी सिर्फ 31 साल के हैं और अगर वे अपनी फिटनेस बरकरार रखते हैं तो सचिन तेंदुलकर के शतकों का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए वे उपयुक्त दावेदार हैं। जो रूट ने टेस्ट खेलने वाले लगभग हर देश के खिलाफ शतक मारे हैं।
3.) विराट कोहली:
इस लिस्ट में विराट कोहली का नाम तीसरे नंबर पर आता है। विराट कोहली के टेस्ट में 27 शतक हैं। इस समय विराट कोहली अपने करियर के सबसे ख़राब वक्त से गुजर रहे हैं। किसी भी महान बल्लेबाज के करियर में यह दौर आता ही है लेकिन कोहली का समय शायद थोड़ा लम्बा खिंच रहा है। कोहली की खराब फॉर्म 2019 के आखिर से शुरू हुई है जो अब तक चल रही है। 75 अंतरराष्ट्रीय पारियां कोहली ने बिना शतक के गुज़ार दी हैं।
हालांकि इसकी वजह से विश्व क्रिकेट में बल्लेबाजी पर जो बादशाहत कोहली ने कायम की है, उसको दरकिनार नहीं किया जा सकता। कोहली की महानता का आलम आप इसी से समझें कि जब कोहली ने पिछले 2 वर्षों से कोई शतक नहीं लगाया है, तब जाकर अब उनके समकालीन बल्लेबाज उनके शतकों की संख्या से आगे निकल पा रहे हैं।