जब उन्होंने शुरुआत की, तो कई लोगों को उम्मीद नहीं थी कि डेविड वार्नर टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। छोटे प्रारूपों में, उन्होंने पहले ही खुद को स्थापित कर लिया था और चूंकि उनके पास कुछ तकनीकी मुद्दे थे, इसलिए लोगों ने लंबे संस्करण में उन पर संदेह किया। हालांकि, वार्नर ने इस पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट सलामी बल्लेबाजों में से एक बनने के लिए उन संदेहों पर काबू पा लिया।
हाल ही में उन्होंने अपने 100वें टेस्ट में दोहरा शतक लगाया। 2011 में वार्नर ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। यह ब्रिस्बेन में न्यूजीलैंड के खिलाफ था। इसी चीज को ध्यान में रखते हुए हम आपको उन दो खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है जो डेविड वार्नर के 2011 में डेब्यू टेस्ट मैच में खेले थे लेकिन आप उन्हें नहीं जानते होंगे।
1) ब्रैड हैडिन
ब्रैड हैडिन (Brad Haddin) ऑस्ट्रेलियाई सेटअप में लंबे समय तक एडम गिलक्रिस्ट के बैक अप थे। हालांकि गिली के संन्यास के बाद काफी समय तक ब्रैड हैडिन स्टंप्स के पीछे नंबर 1 पसंद बने रहे। इनमें से एक मैच में वार्नर ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। हैडिन, हालांकि, रिटायरमेंट हो चुके हैं और वर्तमान में दुनिया भर में विभिन्न कोचिंग कार्यों में शामिल हैं। हैडिंग ने उस मैच की पहली पारी में 80 रन बनाए और दूसरी पारी में उनकी बल्लेबाजी नहीं आ पायी थी।
दाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 66 मैच खेले है और 32.99 के औसत से 3266 रन अपने नाम किये है। टेस्ट में उनके नाम 4 शतक और 18 अर्धशतक दर्ज है। इसके अलावा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 126 वनडे मैच खेले है और 31.53 के औसत से 3121 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 2 शतक और 16 अर्धशतक देखने को मिले है। वहीं उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को 34 टी20 इंटरनेशनल मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 114.53 के स्ट्राइक रेट से 402 रन बनाये है।
2) जेम्स पैटिंसन
जेम्स पैटिंसन (James Pattinson) उन खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्हें आप नहीं जानते होंगे कि 2011 में डेविड वार्नर के डेब्यू टेस्ट मैच में किसने खेला था। डेविड वार्नर के साथ, पैटिंसन ने भी इस मुकाबले में डेब्यू किया था। ऑस्ट्रेलिया के लोकप्रिय तेज गेंदबाजों के संन्यास लेने के बाद देश को जेम्स पैटिंसन से काफी उम्मीदें थी। उन्होंने घरेलू सर्किट में अच्छा प्रदर्शन किया था और ऑस्ट्रेलिया के लिए भी उन्होंने अच्छी शुरुआत की थी।
हालांकि, चोटों ने उन्हें अपने करियर में आगे बढ़ने में मदद नहीं की। उन्होंने वापसी की और यहां तक कि आईपीएल में भी खेले। पैटिंसन ऑस्ट्रेलियाई टीम के करीब जरूर आए लेकिन चोटें फिर से आईं। उन्होंने कुछ साल पहले इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और अब ज्यादातर घरेलू प्रतियोगिताओं में इंग्लैंड में खेल रहे हैं।
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 21 मैच में ऑस्ट्रेलिया को रिप्रेजेंट करते हुए 26.33 के औसत की मदद से 81 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाने में सफलता हासिल की है। इसके अलावा उन्होंने 15 वनडे मैच भी खेले है और 5.62 के अच्छे इकॉनमी रेट की मदद से 16 विकेट लिए है। वहीं पैटिंसन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 4 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले है और 8 के इकॉनमी रेट के साथ 3 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई है।